गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार, सरकार ने जारी किए 300 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश में बन रहा गंगा एक्सप्रेसवे अपनी निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करने के लिए तेज़ी पकड़ चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सरकार ने 300 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह एक्सप्रेसवे राज्य के प्रमुख शहर प्रयागराज से मेरठ तक बनेगा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ेगा।
निर्माण कार्य की निगरानी खुद कर रहे सीएम योगी
इस परियोजना की शुरुआत 2019 में कुंभ मेले के दौरान हुई थी, जब इसे मंजूरी दी गई थी। अब, इस साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस योजना की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को इसे तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
जीएसटी बढ़ने से बढ़ा व्यय, सरकार ने किए 100 करोड़ अतिरिक्त जारी
गंगा एक्सप्रेसवे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत बनाया जा रहा है। हालाँकि, जुलाई 2022 में केंद्र सरकार ने GST की दर 12% से बढ़ाकर 18% कर दी थी, जिससे इस प्रोजेक्ट पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ आ गया। इस बढ़े हुए खर्च को कवर करने के लिए औद्योगिक विकास विभाग ने 100 करोड़ रुपये अतिरिक्त जारी किए हैं।
यूपी सरकार का लक्ष्य—जल्द से जल्द परियोजना पूरी करना
सरकार का उद्देश्य गंगा एक्सप्रेसवे को तेज़ गति से पूरा करना है ताकि उत्तर प्रदेश को आधुनिक और तेज़ यातायात सुविधाएं मिल सकें। औद्योगिक विकास विभाग ने आदेश जारी कर दिया है कि यह फंड यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) के माध्यम से निर्माण कंपनियों को दिया जाएगा।