Dhirendra Shastri: बिहार के रामनगर में पांच दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन, धीरेंद्र शास्त्री करेंगे प्रवचन

गोपालगंज जिले में भोरे प्रखंड के रामनगर में स्थित रामजानकी मठ पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छह से 10 मार्च तक हनुमंत कथा करेंगे। इस दौरान उनका दिव्य दरबार भी लगेगा। उनके कार्यक्रम को लेकर तैयारी भी जोर शोर से चल रही है।
इसे लेकर गुरुवार को रामनगर मठ पर महंत हेमकांत शरण देवाचार्य ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इसमें उन्होंने बताया कि रामनगर मठ परिसर में छह मार्च से बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज द्वारा दिव्य दरबार के साथ-साथ हनुमंत कथा का आयोजन किया गया है। इसमें शाम के तीन बजे से कथा शुरू होकर सात बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम को लेकर पांच मार्च को रामनगर मठ से एक भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। जो रामनगर मठ से निकलकर लखरांव स्थित शिव मंदिर त क जाएगी।
तेजी से हो रहा पंडाल बनाने का काम
रामनगर मठ के पास स्थित 60 एकड़ के बड़े भूभाग में उनके कार्यक्रम को लेकर पंडाल बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। दिन-रात एक कर कारीगर लगातार पंडाल को तैयार कर रहे हैं। पंडाल बनाने वाली टीम उत्तर प्रदेश के मेरठ से आई है। वहीं, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और उनकी पूरी टीम के ठहरने का इंतजाम मठ परिसर में ही किया गया है। इसके लिए एक गेस्ट हाउस का निर्माण भी कराया गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस गेस्ट हाउस के निर्माण में सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान भी रखा गया है। जबकि देश के अन्य हिस्सों से आने वाले साधु संतों के लिए कॉटेज का निर्माण किया गया है।
पांच दिनों तक चलेगा हनुमंत कथा
छह मार्च से शुरू हो रहा हनुमंत कथा पांच दिन तक चलेगा। इस हनुमंत कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की बात कही जा रही है। प्रशासन के द्वारा रूट चार्ट भी तैयार किया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल का अब तक हथुआ एसडीओ, एसडीपीओ बीडीओ और सीओ ने निरीक्षण कर लिया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के निवास स्थल से मंच तक जाने के रास्ते को ग्रीन कॉरिडोर में बदला जा रहा है। मंच के पास ही हेलीपैड का भी निर्माण कराया जा रहा है। ताकि एयरपोर्ट से उन्हें हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल तक लाया जा सके। इधर, वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था लखरांव बाग और हथुआ राज के सैया देवी मंदिर परिसर के पास की गई है। वहीं, इस मामले में गोपालगंज डीएम प्रशांत कुमार ने बताया कि अभी ऐसा कोई पत्र हमें नहीं मिला है। पत्र मिलते ही सबको इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।