महाकाल मंदिर के कर्मचारियों के खातों में लाखों का ट्रांजेक्शन, पुलिस ने लिया मामला गंभीरता से

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं से अवैध वसूली और ठगी की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। गुरुवार को महाकाल मंदिर के कुछ कर्मचारियों, जिनमें पुरोहित और अन्य स्टाफ शामिल थे, को पकड़ा गया था। लेकिन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर और अधिक जांच की गई, जिससे यह सामने आया कि मंदिर के दो कर्मचारी, राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे, के बैंक अकाउंट्स, गूगल पे और फोन पे पर लाखों रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं।
इस मामले में साइबर सेल और महाकाल थाना पुलिस की टीम सक्रिय रूप से जांच कर रही है, और यह संभावना जताई जा रही है कि देर रात तक इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज की जा सकती है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं से पैसे लेकर उन्हें दर्शन कराने का मामला सामने आया था। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों से पूछताछ की, जिसके बाद उनके खातों में अवैध लेनदेन का पता चला। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें मंदिर से निलंबित कर दिया जाएगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विनोद चौकसे, जो मंदिर में सफाई प्रभारी थे, और राकेश श्रीवास्तव, सभा मंडप प्रभारी, के बैंक खातों की जांच में लाखों रुपये का संदिग्ध लेन-देन पाया गया। यह राशि मंदिर में सेवा के दौरान श्रद्धालुओं से अवैध रूप से वसूली गई थी। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 151 के तहत कार्रवाई की है। मामले की जांच अभी जारी है और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।