ताजिया की प्रतीकात्मक रूप बनाकर इमाम हुसैन को याद कर कर्बला पर भारी संख्या पहुंचे लोग

ताजिया की प्रतीकात्मक रूप बनाकर इमाम हुसैन को याद कर कर्बला पर भारी संख्या पहुंचे लोग
आनंद पब्लिक क्राइम संवाददाता
सोनू पांडेय
शिकारपुर महाराजगंज
शिकारपुर स्थित भीष्वा में कर्बला पर गाजे बाजे के साथ इमाम हुसैन की याद में भारी संख्या पहुंचे लोग ताजिया मोहर्रम मुस्लिम समुदाय विशेष रूप से शिया मुसलमान द्वारा बनाए जाने वाला एक प्रतीकात्मक मकबरा है यह कर्बला की लड़ाई में हजरत इमाम और उनके साथियों की शहादत मैं ताजिया बनाकर शोक और श्रद्धांजलि के रूप में इनका साहस इमाम हुसैन को याद करने के लिए ताजिया को मकबरे जैसा ढांचा देकर उनकी शहादत को याद करने की एक परंपरा है जिसमें कर्बला शहर या गांव स्थित जगह पर ताजिया लेकर जाने का प्रचलन चला चला आ रहा है ताजिया मोहर्रम शिया मुसलमान का एक पवित्र महीना है भारत में ताजिया की शुरुआत तैमूर लंग के शासनकाल में शुरू हुआ था जया परंपरागत तरीके से चला रहा है
इमाम हुसैन की शहादत में कर्बला पर पहुंचकर मोहर्रम का त्यौहार मनाया जाता है