राम मंदिर में गर्भगृह का काम हुआ समाप्त, राम दरबार के लिए तैयार हो रहा पहला तल

राम मंदिर निर्माण का काम अयोध्या में तेज़ी से चल रहा है, और अब तक कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार किए जा चुके हैं। मंदिर का प्रथम तल, जो 161 फीट ऊंचे तीन मंजिला भवन का हिस्सा है, का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसके साथ ही, दूसरे तल पर गर्भगृह का निर्माण भी पूरी तरह से संपन्न हो चुका है। भवन निर्माण समिति द्वारा निर्णय लिया गया है कि दूसरे तल पर एक और मंदिर स्थापित किया जाएगा। यह अतिरिक्त मंदिर अन्य धार्मिक कार्यों और पूजा-अर्चना के लिए होगा।
राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जाएगी, और इसके लिए मूर्तियों का निर्माण जयपुर में चल रहा है। मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय ने राम दरबार की मूर्तियों पर काम करना शुरू किया है, और इस परियोजना का लगभग 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। राम दरबार में भगवान राम और माता सीता की मूर्तियां एक साथ स्थापित की जाएंगी, जबकि लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियां अलग-अलग स्थानों पर होंगी। इन मूर्तियों का निर्माण जनवरी तक पूरा हो जाएगा, और इस समय तक ये मूर्तियां अयोध्या पहुंच जाएंगी।
राम मंदिर के पहले तल पर कुछ स्तंभों में आइकोनोग्राफी से मूर्तियों की उत्कीर्णन का कार्य भी अंतिम चरण में है। इसके अलावा, दूसरे तल की छत भी पूरी हो चुकी है, और अब फिनिशिंग का काम चल रहा है। दूसरे तल की फर्श का कार्य तेजी से पूरा हो रहा है, और सीढ़ियां भी बन चुकी हैं जो पहले तल से दूसरे तल तक जाती हैं। दूसरे तल पर रामायण की विभिन्न भाषाओं में लिखी हुई प्रतियां भी संरक्षित की जाएंगी, जिससे इसे धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाया जाएगा।
इसके अलावा, राम जन्मभूमि परिसर में गोस्वामी तुलसी दास के मंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। इस मंदिर का आकार 1500 वर्ग फीट होगा, और इसकी आधारशिला तैयार की जा चुकी है। तुलसी दास की मूर्ति, जो रामचरित मानस की रचना करते हुए मुद्रा में होगी, जयपुर में बनाई जा रही है। इस मंदिर का निर्माण राम मंदिर परिसर में एक और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में होगा।