बिहार में अनोखी मिसाल, हिंदुओं के पास 100 साल पुरानी मस्जिद, रोज होती है अजान

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित एक दशकों पुराना शिव मंदिर अब फिर से पूजा-पाठ के लिए खोल दिया गया है, जिससे सियासी हलकों में घमासान मच गया है। यह मंदिर करीब 46 साल से बंद पड़ा हुआ था और मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित है, जहां हिंदू आबादी काफी कम है। मंदिर के बंद रहने का कारण बताया जाता है कि हिंदू समुदाय के इस इलाके से पलायन के बाद इसे बंद कर दिया गया था। अब इस मंदिर को फिर से खोला गया है, जिससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर विवाद उत्पन्न हो गया है।
वहीं, बिहार के नालंदा जिले के माड़ी गांव में स्थित एक मस्जिद का प्रबंधन और देखरेख वहां के हिंदू समाज द्वारा की जा रही है। इस गांव में लगभग 100 प्रतिशत हिंदू आबादी है, और यह मस्जिद करीब सौ साल पुरानी बताई जाती है। इस मस्जिद की सुरक्षा और रखरखाव के लिए स्थानीय हिंदू समाज जिम्मेदार है, और यहां हिंदू लोग पेन ड्राइव के जरिए माइक से पांच वक्त की अजान देते हैं, जबकि नमाज भी पढ़ी जाती है। गांव के लोग इस मस्जिद की सुरक्षा वैसी ही करते हैं जैसे वे अपने मंदिरों की करते हैं।
माड़ी गांव के लोग मानते हैं कि इस मस्जिद का उनके लिए बहुत महत्व है, और वे इसे किसी मंदिर से कम नहीं मानते। यहां तक कि गांव के लोग शादी-ब्याह और अन्य शुभ कार्यों से पहले मस्जिद में मत्था टेकने जाते हैं। यह घटना दोनों समुदायों के बीच सामंजस्य और धार्मिक सहिष्णुता के एक अनोखे उदाहरण के रूप में सामने आई है, जबकि संभल में मंदिर खोलने को लेकर राजनीतिक और धार्मिक विवाद तेज हो गया है।