सीएम योगी का किसानों के प्रति बयान, राजनीति से दूर रखना चाहिए कृषि का मुद्दा

लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित *अमर उजाला कृषिका कार्यक्रम* में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों की सराहना और उनके प्रयासों को मंच प्रदान करना था। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि किसान किसी भी देश की तरक्की का आधार होते हैं और उत्तर प्रदेश की भूमि अत्यधिक उर्वरक है, जो प्रदेश के कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने यह भी बताया कि यूपी की 86% भूमि सिंचित और उर्वर है, और राज्य गन्ना उत्पादन में देश में नंबर वन है। इसके अलावा, यूपी देश का 25% आलू उत्पादन करता है, और धान व गेहूं के उत्पादन में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि कई राजनीतिक दल किसानों के नाम पर राजनीति करते हैं, जबकि मोदी सरकार ने 2014 के बाद किसानों के जीवन में सुधार लाने के लिए कई प्रयास किए हैं। उन्होंने अमर उजाला परिवार का धन्यवाद किया कि उसने किसानों के मुद्दे को आवाज दी और उनके प्रयासों को एक मंच प्रदान किया।
कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि जहां गाय है, वहां खेती है और जहां खेती है, वहां गाय है। उन्होंने प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की चर्चा की, जिसमें मुर्गी पालन, भेड़-बकरी पालन आदि शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित किसानों में सुधीर सिंह (प्रयागराज), श्रीमती आंचल चौधरी (बुलंदशहर), राकेश वर्मा (अयोध्या), विवेक कुमार (चंदौली), और अन्य शामिल थे, जिन्होंने अपनी कृषि तकनीकों और उच्च उत्पादन के लिए प्रयास किए थे। इन किसानों ने अपने अनुभव साझा किए, जैसे राकेश वर्मा का ड्रैगन फ्रूट और आर्गेनिक खेती, आंचल चौधरी का गुड़ और बायो एंजाइम का प्रयोग, और सुधीर सिंह का महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिए एफपीओ की शुरुआत।