नेपाल के ठग गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, भारतीय-नेपाली करेंसी के साथ पांच गिरफ्तार

बिहार के पटना जिले के फतुहा में पुलिस ने एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगता था और फर्जी दस्तावेजों के जरिए घुसपैठ कराता था। यह गिरोह नेपाल से जुड़ा हुआ था, और पुलिस ने इसके ठिकाने से 2.38 लाख रुपये नकद, 72,595 नेपाली करेंसी, 21 मोबाइल फोन, दो फोर-व्हीलर वाहन, और फर्जी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी और ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए हैं।
पटना के ग्रामीण एसपी विश्वजीत दयाल के अनुसार, मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट के आधार पर इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें नेपाल और भारत के नागरिक शामिल हैं। गिरोह के संचालन का मास्टरमाइंड गंगेश्वर सिंह है, जो फिलहाल फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
गिरोह का modus operandi सोशल मीडिया पर आधारित था, खासकर फेसबुक का उपयोग करके युवाओं को नौकरी के झांसे में फंसाया जाता था। उन्हें आकर्षक सैलरी और शानदार करियर के वादे करके फतुहा बुलाया जाता था। एक नेपाली छात्र ने पुलिस को बताया कि उसे नौकरी का लालच देकर फतुहा बुलाया गया था, जहां उसे 10,000 रुपये लेकर एक हॉस्टल में रखा गया, और बाद में उससे अतिरिक्त पैसे की मांग की गई। यह गिरोह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य भारत की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डालना था।