इंदौर में छोटी दीपावली पर सरकारी छुट्टी, मंगलवार को बंद रहेंगे कार्यालय

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इंदौर में इस साल देवउठनी ग्यारस का महत्व और भी अधिक है, क्योंकि इसे यहां पर खास तरह से मनाने की परंपरा है। यह दिन धार्मिक आस्था और उत्सव के रूप में देखा जाता है, जिसे लोग दीप जलाकर और पटाखे छोड़कर मनाते हैं। इंदौर में देवउठनी ग्यारस का माहौल कुछ हद तक छोटी दीपावली जैसा होता है। लोगों का मानना है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीनों की योग-निद्रा से जागते हैं और शुभ कार्यों का आरंभ होता है। इसी दिन से शादी-विवाह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होती है, जिससे बाजारों में भी रौनक बढ़ जाती है।

 

इस अवसर पर बाजारों में पूजा-सामग्री, मिट्टी के दीये, मिठाइयां और रंगोली से जुड़े सामान की खूब बिक्री होती है। शहर में मंदिरों को सजाया जाता है और श्रद्धालु बड़ी संख्या में भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा-अर्चना करते हैं।

 

इंदौर के कई क्षेत्रों में देवउठनी ग्यारस की शाम को छोटे-छोटे मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है। स्थानीय समुदाय और कई धार्मिक संगठनों द्वारा इस दिन विशेष झांकियां निकाली जाती हैं। यह त्योहार बच्चों और युवाओं के लिए भी खास होता है, क्योंकि उन्हें पटाखे चलाने का अवसर मिलता है और छोटे दुकानदारों के लिए भी यह दिन काफी मुनाफा लेकर आता है।

 

इस वर्ष 12 नवंबर को शासकीय अवकाश घोषित होने से सरकारी दफ्तरों के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज भी बंद रहेंगे। अवकाश की जानकारी समय पर सभी शैक्षणिक संस्थानों को भेजी गई है, ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। स्कूल प्रबंधन ने इस सूचना को नोटिस बोर्ड और पालकों के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी साझा कर दिया है। अभिभावक और बच्चे पहले से ही इस अवकाश की तैयारी कर चुके हैं और कई परिवार इस दिन का आनंद उठाने के लिए विशेष योजनाएं बना रहे हैं।

 

शहर के प्रशासन ने भी त्योहार को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। पुलिस बल प्रमुख स्थानों पर तैनात रहेगा ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। नगर निगम ने भी सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा है, ताकि त्योहार के दौरान किसी प्रकार की गंदगी न फैले। इसके अलावा, आगजनी की घटनाओं से बचने के लिए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

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