चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था पर संकट, PWD और MCD में टकराव, एलजी से समाधान की मांग

आज से चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था के बेपटरी होने की आशंका जताई जा रही है। पीडब्ल्यूडी ने सफाई का जिम्मा निजी कंपनी से वापस लेकर एमसीडी को सौंप दिया है, लेकिन एमसीडी ने इसे संभालने से इंकार कर दिया है।
पीडब्ल्यूडी और निजी कंपनी के बीच करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये के बकाया भुगतान को लेकर भी विवाद है। चांदनी चौक के मुख्य मार्ग के पुनर्विकास के साथ, वर्ष 2021 में सफाई का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया था, जिसे निजी कंपनी द्वारा पूरा किया जा रहा था|
यह दिल्ली में पहला मामला था जब किसी बाजार की सफाई, कूड़ा निस्तारण और देखभाल का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को सौंपा गया था। मौजूदा निजी कंपनी ने पिछले दो वर्षों से इस जिम्मेदारी को संभाला था, जिसमें सड़क, फुटपाथ, सेंट्रल वर्ज की धुलाई, घिसाई, झाड़ू लगाने, नालियों की सफाई और कूड़ा उठाने का काम शामिल था।
हालांकि, भुगतान की समस्याओं के कारण पीडब्ल्यूडी और एमसीडी के बीच विवाद के चलते, निजी कंपनी ने दो बार अल्पकाल के लिए काम बंद कर दिया था। इसके कारण चांदनी चौक में जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए थे|
चार सितंबर को पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता ने एमसीडी के उपायुक्त को आदेश जारी किया, जिसमें एक साल से चांदनी चौक के सड़कों, सेंट्रल वर्ज और फुटपाथों की सफाई की जिम्मेदारी एमसीडी से लेने का अनुरोध किया गया था। हालांकि, एमसीडी के प्रवक्ता अमित कुमार ने इस आदेश से इनकार करते हुए कहा कि एक पूर्व करार के तहत एमसीडी चांदनी चौक के सार्वजनिक शौचालयों की सफाई का काम करेगी, जबकि कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की होगी।