बीमा क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश पर अखिलेश का हमला, कहा- हटाओ प्रीमियम पर टैक्स
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीमा क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश को अनुमति देने के केंद्र सरकार के फैसले पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बीमाधारकों को सतर्क किया और सरकार से इस निर्णय पर स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही, उन्होंने बीमा प्रीमियम पर लगे कर को हटाने की भी मांग की।
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर विदेशी कंपनियों को बीमा क्षेत्र में पूरी तरह प्रवेश मिल जाता है, तो वे स्थानीय हितों की अनदेखी कर केवल मुनाफे पर ध्यान देंगी। इससे बीमा पॉलिसीधारकों को संभावित जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जनता को ‘नागरिक’ नहीं, बल्कि ‘ग्राहक’ समझती है और उसकी नीतियां लाभ कमाने पर केंद्रित रहती हैं, जनकल्याण पर नहीं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “बीमा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश को अनुमति देना क्या भाजपा सरकार द्वारा पूरे बीमा क्षेत्र को जोखिम में डालने जैसा नहीं है? अगर कभी अंतरराष्ट्रीय संबंधों में तनाव बढ़ता है, तो इन कंपनियों की जवाबदेही कैसे तय होगी?”
इसके अलावा, अखिलेश ने इस निर्णय से भारतीय बीमा धारकों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर विदेशी कंपनियां भारतीय बाजार में बीमा राशि जमा करती भी हैं, तो यह स्पष्ट होना चाहिए कि वे मुनाफे का कितना हिस्सा देश में पुनर्निवेश करेंगी और कितना विदेश ले जाएंगी। उन्होंने सरकार से पारदर्शिता की मांग करते हुए कहा कि बीमा नियमों और शर्तों को बड़े अक्षरों में प्रकाशित किया जाए, ताकि आम जनता को भ्रामक सूचनाओं से बचाया जा सके।
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विदेशी बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रीमियम पर टैक्स वसूली कर रही है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा को सच में जनता की चिंता है, तो उसे बीमा प्रीमियम पर लगाए गए टैक्स को तुरंत हटाना चाहिए।