बंदर की हत्या पर कवर्धा में बवाल, एयरगन से गोली मारने वाला आरोपी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक निर्दोष बंदर की एयरगन से गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना कवर्धा के राजानवगांव के केंवट पारा इलाके की है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने इस अमानवीय कृत्य में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, और उसके घर से तीन एयरगन और 26 छर्रे बरामद किए हैं।
घटना का विवरण
मामला तब प्रकाश में आया जब हनुमंत सेवा संस्थान के अध्यक्ष निलेश सोनी को सूचना मिली कि केंवट पारा में एक घायल बंदर पड़ा हुआ है। निलेश ने तुरंत इस घटना की जानकारी वन विभाग और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने देखा कि बंदर के मुंह और नाक से खून बह रहा था, और उसकी मौत हो चुकी थी। जांच के दौरान पता चला कि बंदर के गले में एक छोटा छेद है, जिससे यह संदेह पैदा हुआ कि उसे एयरगन से गोली मारी गई है।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस और वन विभाग की टीम ने इस मामले की गहन जांच शुरू की। इलाके के निवासियों से पूछताछ की गई, लेकिन शुरू में कोई ठोस सुराग नहीं मिला। जांच के दौरान यह पता चला कि घायल बंदर कौशल सोनी के घर से जमुना यादव की छत पर गिरा था। जब कौशल सोनी से पूछताछ की गई, तो उसके गोलमोल जवाबों ने पुलिस का शक और बढ़ा दिया।
इसके बाद पुलिस ने सर्च वारंट जारी कर कौशल सोनी के घर की तलाशी ली। तलाशी के दौरान पुलिस को तीन एयरगन और 26 छर्रे मिले। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की, तो कौशल के बेटे महेश सोनी ने बंदर को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली। महेश सोनी ने कबूल किया कि उसने एयरगन से बंदर को निशाना बनाया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पशु क्रूरता का मुद्दा
यह घटना पशु क्रूरता का एक और गंभीर मामला है, जो समाज में जागरूकता और सख्त कानून की आवश्यकता को रेखांकित करती है। बंदरों को मारना न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण कानूनों का भी उल्लंघन है। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील रहें और इस तरह की घटनाओं से बचें।