Shivpuri News: दूल्हे ने लौटाए 5.51 लाख रुपए का टीका, पिता बोले- बेटी दे दी, तो दहेज की क्या जरूरत

शिवपुरी में एक अनोखा मामला सामने आया, जिसमें एक इनकम टैक्स इंस्पेक्टर ने टीका में मिलने वाली 5 लाख 51 हजार रुपये की राशि लेने से इनकार कर दिया। यह कदम दहेज प्रथा के खिलाफ एक सशक्त संदेश देने वाला साबित हुआ।
दहेज प्रथा के खिलाफ अनूठी पहल
दिल्ली में पदस्थ इनकम टैक्स इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह धाकड़ का फलदान समारोह शिवपुरी के सिया मैरिज गार्डन में आयोजित किया गया था। समारोह के दौरान लड़की पक्ष ने परंपरागत रूप से टीका में 5.51 लाख रुपये भेंट करने की इच्छा जताई। लेकिन वीरेंद्र सिंह धाकड़ और उनके पिता ने इस राशि को लेने से इनकार कर दिया। वीरेंद्र के पिता ने भावुक होते हुए कहा, “बेटी हमें दे रहे हैं, इससे बड़ी और क्या चीज हो सकती है?”
समारोह में बजीं तालियां
जैसे ही वीरेंद्र और उनके पिता ने यह बात कही, समारोह में मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इस फैसले का स्वागत किया। यह पहल समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाने का उदाहरण बनी।
पहले भी कर चुके हैं ऐसा कार्य
वीरेंद्र सिंह धाकड़ के परिवार ने यह पहली बार नहीं किया। बताया जाता है कि उनके बड़े बेटे की शादी में भी किसी प्रकार का दहेज नहीं लिया गया था। इस बार भी उन्होंने केवल एक नारियल और एक रुपये को सगुन के रूप में स्वीकार किया।
समाज में मिसाल बना धाकड़ परिवार
इस घटना के बाद से वीरेंद्र सिंह धाकड़ और उनके परिवार की समाज में खूब प्रशंसा हो रही है। यह कदम न केवल दहेज प्रथा के खिलाफ एक मजबूत संदेश देता है, बल्कि उन परिवारों के लिए प्रेरणा भी है जो सामाजिक दबाव में आकर दहेज की कुप्रथा को बढ़ावा देते हैं।