Mahakumbh: आटा, चीनी, मैदा, सूजी और रिफाइंड की किल्लत, पैकेट बंद दूध का भी संकट; फुटकर दुकानों में स्टॉक खत्म

महाकुंभ के चलते हाईवे पर खाद्यान्न लदे मालवाहक वाहनों को रोकने की वजह से शहर में आटा, चीनी, मैदा, सूजी, रिफाइंड आदि का संकट गहराने लगा है। हालांकि सोमवार की देर रात कुछ वाहनों को शहर में एंट्री दिए जाने से थोड़ी राहत मिली, लेकिन तमाम मोहल्लों की फुटकर दुकानों में चीनी, आटा आदि की किल्लत मंगलवार को भी बरकरार रही।
व्यापारियों का कहना है कि अगर हाईवे पर खड़े वाहनों को शहर में एंट्री नहीं दी गई तो समस्या विकराल हो सकती है।
बीते कुछ दिनों से शहर के हाईवे पर लग रहे जाम की वजह से मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लग गई। इससे तमाम तरह के खाद्यान्न लदे वाहन चाकघाट, कोखराज, अंदावा, लालगोपालगंज, मऊआइमा आदि स्थानों पर पिछले कई दिन से खड़े हैं।
शहर के मुट्ठीगंज, गाजीगंज, नखासकोहना आदि गल्ला मंडी में कई थोक व्यापारियों के यहां आटा, सूजी, मैदा, दाल आदि का स्टॉक सोमवार को ही खत्म हो गया। हालांकि सोमवार देर रात इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी ने राहत आयुक्त भानुचंद्र गोस्वामी से फोन पर बात की। उसके बाद खाद्यान्न लदे कुछ वाहनों को शहर में एंट्री मिली। सतीश केसरवानी ने कहा कि खाद्यान्न लगे वाहन जो शहर के बाहर रोके गए हैं, उनके एंट्री पास बनवाने की बात अफसरों ने कही है।
दूध के वाहन फंसने से हुई दिक्कत
दूध के तमाम वाहनों का शहर में आवागमन नहीं हो पा रहा है। इस वजह से शहर के कई इलाकों में दूध का भी संकट है। लाउदर रोड के अमित श्रीवास्तव ने बताया कि बीते दो दिन से उन्हें पैकेट बंद दूध नहीं मिल पा रहा है। बेनी गंज के अरुण कुमार ने कहा कि कुंभ के आयोजन पहले भी हुए हैं, लेकिन तमाम जरूरी सुविधाओं का संकट पहली बार हुआ है।