छात्रा के अपहरण की कहानी फर्जी, प्राथमिक जांच में आरोप झूठे पाए गए
कानपुर, बिठूर के गोरहा नई बस्ती निवासी छठवीं की छात्रा के अपहरण की कहानी झूठी निकली। पता चला कि छात्रा घर से स्कूल जाने की बजाय शिवराजपुर पहुंच गई थी। उसने खुद ही एक दुकान से जींस और टॉप खरीदे। सीसीटीवी फुटेज में यह देखा गया और दुकानदारों ने भी इस बात की पुष्टि की। पुलिस अब छात्रा से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसने झूठी कहानी क्यों गढ़ी।
प्राइमरी जांच में आरोप झूठे पाए गए
जांच से पता चला कि छात्रा सुबह साढ़े 10 बजे के करीब स्कूल ड्रेस में शिवराजपुर बाजार पहुंची थी। उसने नूर आलम की दुकान से 500 रुपये में कपड़े खरीदे। पुलिस ने नूर आलम के अलावा, उनके भाई इमरान और एक कॉस्मेटिक दुकानदार आशु के बयान भी दर्ज किए। डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप झूठे पाए गए हैं।
मेडिकल जांच और बयान दर्ज
बिठूर पुलिस ने मंगलवार को छात्रा का मेडिकल करवाया और बयानों को दर्ज किया। छात्रा ने पहले बताए गए आरोपों को ही दोहराया, लेकिन पुलिस का मानना है कि अगर स्कूटी सवार महिला ने उसे नशीला इंजेक्शन लगाया होता, तो वह 40 किमी तक कैसे पहुंच गई। अब तक की जांच में छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप झूठे पाए गए हैं।