वेंडिंग जोन की अनदेखी: नौ करोड़ खर्च के बावजूद वीरान, फुटपाथ पर ठेले बना रहे मुश्किल

स्मार्ट सिटी योजना के तहत वेंडिंग जोन बनाने का उद्देश्य शहर में ठेले-रेहड़ी वालों को संगठित करना और फुटपाथों को जाम मुक्त बनाना था। इसके लिए 30 वेंडिंग जोन पर 9 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जिनमें से 1085 स्थान उपलब्ध थे। इन स्थानों में से 582 स्थानों का आवंटन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया गया था। हालांकि, इसके बाद भी इन वेंडिंग जोन का उपयोग नहीं हो पा रहा है और कई स्थान अब भी खाली पड़े हैं। जीटी रोड, मैरिस रोड, रामघाट रोड, और नौरंगी लाल इंटर कॉलेज जैसे प्रमुख स्थानों पर वेंडिंग जोन के आवंटन के बावजूद ठेले और रेहड़ी वाले फुटपाथों पर ही अपना कारोबार चला रहे हैं, जिससे जाम की समस्या बढ़ रही है।
वेंडिंग जोन की स्थिति में कई समस्याएं हैं। सबसे पहले, शमशाद मार्केट पुल के नीचे बनाए गए वेंडिंग जोन की हालत खराब हो चुकी है। यहां के प्लास्टर टूट गए हैं और इसकी मरम्मत नहीं हो रही है। इसी तरह, नौरंगी लाल इंटर कॉलेज के सामने बनाए गए वेंडिंग जोन को अब रैन बसेरा के रूप में बदल दिया गया है, जिससे इन वेंडिंग जोन का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा। इसके अलावा, वेंडिंग जोन में व्यावसायिक गतिविधियां शुरू नहीं हो पाई हैं और खाली पड़े स्थानों पर कब्जा करना वेंडर्स के लिए समस्या बन गया है।
वेंडिंग जोन से जुड़े वेंडर्स की भी कई शिकायतें हैं। उनका कहना है कि वेंडिंग जोन का किराया बहुत अधिक है, जो 100 से 400 रुपये प्रतिदिन तक है। इस उच्च किराए के कारण उनकी पूरी बचत किराए में चली जाती है, और उन्हें व्यापार में कोई खास लाभ नहीं हो रहा। इसके अलावा, वेंडिंग जोन में जो स्थान आवंटित किए गए हैं, वहां पर ग्राहक नहीं आते, जिससे उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है। वेंडर्स ने मांग की है कि किराया माफ किया जाए और उन्हें समान अवसर प्रदान किए जाएं।
नगर निगम के सहायक आयुक्त वीर सिंह के अनुसार, वेंडिंग जोन के मामले में कार्रवाई की जा रही है। कुछ वेंडर्स को नोटिस जारी किए गए हैं और जल्द ही इस पर निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि, निगम को चाहिए कि वह वेंडिंग जोन के खाली पड़े स्थानों को जल्द से जल्द सक्रिय करे और उन स्थानों पर कब्जा करने वाले ठेले-रेहड़ी वालों को हटाकर वहां व्यापार शुरू करने का अवसर प्रदान करे। साथ ही, वेंडिंग जोन को आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए।
कुल मिलाकर, स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाए गए वेंडिंग जोन का उद्देश्य तो अच्छा था, लेकिन उनके सही तरीके से संचालन में कई खामियां सामने आई हैं। किराए की समस्या, स्थान का चयन और टूट-फूट जैसी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाना चाहिए, ताकि वेंडिंग जोन का पूरा लाभ उठाया जा सके और शहर में जाम की समस्या कम हो सके।