दिल्ली में साइबर ठगी के मामले बढ़े: 158% की बढ़ोतरी दर्ज

राजधानी दिल्ली में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर ठगी के मामलों में। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष साइबर फ्रॉड के मामलों में 158% का इजाफा दर्ज किया गया है। ठग नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर लोगों के बैंक खातों से पैसे उड़ा रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, ठग विभिन्न तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं। इनमें फिशिंग ईमेल, फर्जी कस्टमर केयर नंबर, और नकली ऑनलाइन ऑफर्स शामिल हैं। ठग किसी प्रतिष्ठित बैंक या कंपनी के नाम से कॉल या मैसेज भेजकर ग्राहकों से गोपनीय जानकारी मांगते हैं। लोग इन झांसे में आकर अपने खाते की जानकारी, ओटीपी, और अन्य डिटेल्स साझा कर देते हैं।
साइबर सेल के अनुसार, पिछले छह महीनों में ही हजारों शिकायतें दर्ज हुई हैं। इनमें से अधिकतर शिकायतें ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और डिजिटल भुगतान से संबंधित हैं। ठगी का शिकार होने वाले अधिकांश लोग वे हैं जो डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कम समझदारी से करते हैं।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और पुलिस ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है। ऑनलाइन लेन-देन करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- बैंक और कस्टमर केयर के आधिकारिक नंबर का ही इस्तेमाल करें।
- नियमित रूप से अपने बैंक खाते की जांच करें।
पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि किसी भी ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच यह आवश्यक है कि लोग सतर्क रहें और तकनीकी जागरूकता बढ़ाएं।