पेंशन के लिए परेशान डॉक्टर, CMO दफ्तर में किया धरना

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पेंशन की कागजी कार्रवाई में उलझे एक डॉक्टर की कहानी किसी फिल्मी ड्रामे से कम नहीं है। डॉक्टर जितेंद्र कुमार, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सरकारी सेवा में दी, अब पेंशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि पेंशन पोर्टल पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, जिससे उनकी फाइल ही अटका दी गई है। यह देखकर डॉक्टर को इतनी परेशानी हुई कि उन्होंने सीएमओ दफ्तर के गेट पर ही दंडवत लेटकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका सवाल था, “मेरी पुकार कब सुनी जाएगी?”शुक्रवार को, डॉक्टर जितेंद्र कुमार सीएमओ कार्यालय के गेट पर इस उम्मीद से पहुंचे थे कि उनके बकाया भुगतान का कोई हल निकलेगा। दोपहर 1:15 बजे, उन्होंने सीएमओ के दफ्तर के गेट पर दंडवत लेटकर सबको चौंका दिया। कर्मचारियों ने तुरंत सीएमओ को इस स्थिति से अवगत कराया, और सीएमओ खुद मौके पर पहुंचे। डॉक्टर ने कहा, “मैं दिव्यांग हूं, और यहां लोग दिमागी रूप से दिव्यांग हैं। मेरी फाइलें अटकी पड़ी हैं, और कोई सुनने को तैयार नहीं है।”

सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने स्थिति को गंभीरता से लिया और एकाउंटेंट मोहित श्रीवास्तव को बुलाकर लताड़ा। उन्होंने पूछा कि भुगतान में देरी क्यों हो रही है। फिर डॉक्टर को अपने कक्ष में बुलाया और सारी स्थिति की जानकारी ली।डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि 2021 में जब वह पीएचसी जहानगंज में तैनात थे, तब उन्होंने 28 फरवरी 2023 को त्यागपत्र दे दिया था। उनके वीआरएस को राज्यपाल ने अप्रैल 2024 में स्वीकृति दी, लेकिन अभी तक उन्हें सिर्फ अर्जित अवकाश के पैसे ही मिले हैं। एनपीएस, बीमा और पेंशन के भुगतान में लगातार देरी हो रही है, और वह अब तक छह बार लखनऊ के चक्कर काट चुके हैं। एक बार का खर्च करीब पांच हजार रुपये आता है, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।

अकाउंटेंट मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि पेंशन पोर्टल पर डॉक्टर को मृत दिखाया गया है, जिसके कारण उनकी फाइल को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा। इस पर सीएमओ ने तुरंत सभी लंबित फाइलों को तलब किया और डॉक्टर को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनका भुगतान और बाकी समस्याओं का हल निकाला जाएगा। सीएमओ ने यह भी कहा कि कुछ लिपिक जानबूझकर फाइलें लटकाते हैं, लेकिन यह बदनामी उन्हीं को नहीं, बल्कि सीएमओ को भी झेलनी पड़ती है।अब, डॉक्टर जितेंद्र कुमार को उम्मीद है कि उनका मामला शीघ्र सुलझेगा और उन्हें उनकी मेहनत का भुगतान मिलेगा।

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