Lucknow News: जल निगम के इंजीनियर ने खर्च किए 89 लाख रुपये, विजिलेंस ने दर्ज किया केस

विजिलेंस ने केस दर्ज किया
लखनऊ के इंदिरानगर निवासी अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह की जांच के लिए निर्धारित अवधि में आय-व्यय की पड़ताल की गई। सामने आया कि अधीक्षण अभियंता की निर्धारित अवधि में आय 1.75 करोड़ रुपये थी और इसी अवधि में उन्होंने भरण-पोषण व संपत्तियां खरीदने में 2.64 करोड़ रुपये खर्च किए। विजिलेंस ने शासन की अनुमति पर आरोपित अधीक्षण अभियंता के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है
लखनऊ सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की जांच में जल निगम, लखनऊ में तैनात अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी पाए गए हैं। विजिलेंस की खुली जांच में सामने आया कि सत्यवीर सिंह ने अपनी आय से 89 लाख रुपये से अधिक रकम खर्च की।
विजिलेंस ने शासन की अनुमति पर आरोपित अधीक्षण अभियंता के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित अधीक्षण अभियंता मूलरूप से बलवंत नगर, ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के निवासी हैं।
आय से अधिक खर्च किए 89 लाख रुपये
विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार लखनऊ के इंदिरानगर निवासी अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह की जांच के लिए निर्धारित अवधि में आय-व्यय की पड़ताल की गई। सामने आया कि अधीक्षण अभियंता की निर्धारित अवधि में आय 1.75 करोड़ रुपये थी और इसी अवधि में उन्होंने भरण-पोषण व संपत्तियां खरीदने में 2.64 करोड़ रुपये खर्च किए। उन्होंने अपनी आय से लगभग 50.87 प्रतिशत अधिक रकम खर्च की। वह आय से अधिक 89 लाख रुपयों के खर्च को लेकर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।