महाकाल मंदिर में काम के दौरान आलू कटर में फंसा महिला का दुपट्टा, हादसे में गई जान

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श्री महाकालेश्वर मंदिर के निशुल्क अन्नक्षेत्र में शनिवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें आउटसोर्स कंपनी की कर्मचारी रजनी खत्री (30) गंभीर रूप से घायल हो गईं और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना उस समय हुई जब रजनी खत्री, जो कि केशव नगर की निवासी थीं, मंदिर के निशुल्क अन्नक्षेत्र में आलू काटने की मशीन में काम कर रही थीं। अचानक उनका दुपट्टा मशीन में फंस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। तुरंत उसे उपचार के लिए अवंती हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

 

रजनी खत्री के परिवार में 12 साल का एक बेटा है, और इस घटना के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग और अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जिला चिकित्सालय जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि यह घटना सुबह लगभग 7:30 बजे के आस-पास हुई, जब रजनी खत्री अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने और वितरण के काम में व्यस्त थीं। एसडीएम ने इस हादसे की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया और मृतक के परिवार को प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता देने की बात कही।

 

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने भी इस घटना पर गहरी दुख व्यक्त किया और बताया कि मंदिर प्रबंध समिति मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना मंदिर के अन्य क्षेत्र में घटित हुई है, और यह मंदिर प्रशासन के लिए अत्यंत दुःखद है।

 

इस पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद, महाकालेश्वर मंदिर के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग, तहसीलदार रुपाली जैन, और सीएसपी ओपी मिश्रा तुरंत जिला चिकित्सालय पहुंचे थे और अस्पताल के डॉक्टरों से हादसे के बारे में जानकारी ली।

 

इस दुखद घटना ने महाकालेश्वर मंदिर के कार्यों में सुरक्षा के महत्व को भी उजागर किया है, और अब इस हादसे के बाद मंदिर प्रशासन द्वारा सुरक्षा मानकों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही, यह भी बताया गया कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

 

रजनी खत्री की अचानक मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, और अब प्रशासन, मंदिर समिति और समाज के अन्य लोग उनके परिवार को आर्थिक और मानसिक सहारा देने के लिए तत्पर हैं।

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