वाराणसी में असि नदी के तालाबों की सफाई, बीएचयू आईआईटी और वीडीए ने की बैठक

वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने असि नदी के पुनरुद्धार परियोजना पर चर्चा की, जो वाराणसी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने नदी के रास्ते में स्थित चार प्रमुख तालाबों—कर्दमेश्वर महादेव मंदिर तालाब, कर्दमेश्वर तालाब, कंदवा तालाब, और कंचनपुर तालाब—की सफाई के निर्देश दिए। इन तालाबों की सफाई के बाद इनकी जल गुणवत्ता में सुधार लाने की उम्मीद जताई गई है। परियोजना का कॉन्सेप्ट प्लान और अन्य तकनीकी परीक्षण के लिए आईआईटी बीएचयू से सहयोग लिया जाएगा, और इसके लिए टेंडर भी जारी किया जाएगा।
बैठक में आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञों ने असि नदी को जीवित नदी के रूप में पहचानते हुए इसके कैचमेंट एरिया में बायोडायवर्सिटी के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने नदी के पुनर्जीवन और पुनरुद्धार की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की बात की। इसके अलावा, उन्होंने सीवर लाइनों के डिटेल्ड प्लान की भी मांग की, ताकि नदी के आसपास के इलाकों में जल गुणवत्ता पर असर डालने वाले तत्वों को नियंत्रित किया जा सके।
वीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि इस परियोजना का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में डॉ. शिशिर गौर, डॉ. अनुराग ओहरी, डॉ. मेधा झा, वीडीए के अपर सचिव डॉ. गुडाकेश शर्मा, और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। यह परियोजना वाराणसी की नदी प्रणालियों के संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।