सरकार की नीतियों के खिलाफ महिला कांग्रेस का बड़ा कदम, नूरी खान ने की महामार्च की घोषणा

मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष नूरी खान ने राज्य की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए भाजपा सरकार से श्वेत पत्र लाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता से किए वादों को पूरा करने में विफल रही है और राज्य में कर्ज, भ्रष्टाचार, और अपराध का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस ने 16 दिसंबर को प्रदेशव्यापी विधानसभा घेराव करने की घोषणा की है।
जनता से किए गए वादों की अनदेखी
नूरी खान ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को 3000 रुपये, किसानों को फसलों के उचित दाम, युवाओं को रोजगार, और पत्रकारों को पेंशन देने के जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया है, जिससे जनता में गहरा असंतोष है।
भ्रष्टाचार और अन्याय के आरोप
कांग्रेस नेता ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का दायरा वल्लभ भवन से लेकर छोटे कर्मचारियों तक फैला हुआ है। वहीं, आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। बावजूद इसके, सरकार पूरी तरह निष्क्रिय है और जनता की समस्याओं को अनदेखा कर रही है।
16 दिसंबर को विधानसभा घेराव
कांग्रेस ने 16 दिसंबर को प्रदेशव्यापी महामार्च और विधानसभा घेराव करने की योजना बनाई है। इस आंदोलन में कांग्रेस विधायक, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा, और पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर गांव-गांव तक जनजागरूकता अभियान भी चलाएगी और जनता को उनके अधिकार दिलाने के लिए प्रेरित करेगी।
प्रमुख समस्याएं और मुद्दे
1. किसानों की परेशानियां: खाद की कमी और फसलों के उचित मूल्य का न मिलना।
2. महिलाओं पर अत्याचार: महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध।
3. आदिवासी और दलित अधिकार: इनके साथ हो रहे अन्याय की अनदेखी।
4. बेरोजगारी: युवाओं को रोजगार देने के वादे का पालन न करना।
5. भ्रष्टाचार: जल जीवन मिशन समेत कई योजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोप।
6. मूलभूत सुविधाओं की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की अनुपलब्धता।
सड़क से सदन तक लड़ाई का संकल्प
नूरी खान ने जनता से अपील की कि वे इस आंदोलन में हिस्सा लेकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता की समस्याओं को लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। यह आंदोलन भाजपा सरकार की वादाखिलाफी और जनता के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ एक सशक्त कदम होगा।