नगर निगम की पहल, प्रयागराज में होगा द्वादश ज्योतिर्लिंग का अद्वितीय दर्शन शिवालय पार्क में

प्रयागराज, जो महाकुंभ के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है, अब एक और धार्मिक और सांस्कृतिक आकर्षण से सजने जा रहा है। नगर निगम द्वारा नैनी में विकसित किए जा रहे शिवालय पार्क में श्रद्धालुओं को अब द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन एक ही स्थान पर होंगे। यह पार्क, महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अद्भुत स्थल साबित होगा, जहां वे भगवान शिव के प्रमुख स्थानों के दर्शन कर सकेंगे।
द्वादश ज्योतिर्लिंग भारत के 12 सबसे पवित्र और प्रमुख शिव मंदिरों का समूह है। ये सभी मंदिर विभिन्न राज्यों में स्थित हैं, जैसे उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और झारखंड। इन मंदिरों के दर्शन के लिए भक्तों को विभिन्न स्थानों पर यात्रा करनी पड़ती है, जो न केवल समय-साध्य होता है, बल्कि महंगा भी पड़ता है। अब, प्रयागराज में ही इन सभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन संभव होंगे, जिससे श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर इन पवित्र स्थलों की दिव्यता का अनुभव होगा।
इस परियोजना को 18 करोड़ रुपये की लागत से 11 एकड़ में विकसित किया जा रहा है, और इसमें 21 मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें द्वादश ज्योतिर्लिंग प्रमुख हैं। इसके अलावा, पार्क में नंदी की विशालकाय प्रतिमा भी स्थापित की जा रही है, जो इसकी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को और भी बढ़ाएगी।
पार्क में एक विशेष आकर्षण भारत के नक्शे के आकार में झील का निर्माण हो रहा है, जिसमें बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यह झील न केवल पार्क की सुंदरता को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटकों के लिए एक नया अनुभव प्रदान करेगी। पार्क में अन्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है, जैसे आरामदायक बैठने की व्यवस्था, धार्मिक आयोजनों के लिए स्थान, और जलवायु को ध्यान में रखते हुए हरियाली और छायादार स्थानों का निर्माण किया गया है।
नगर निगम का दावा है कि पार्क का अधिकांश कार्य अब तक पूरा हो चुका है, और 10 दिसंबर 2023 तक इसे पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को शिवालय पार्क का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को इस पार्क का उद्घाटन करेंगे, साथ ही अन्य कई विकास परियोजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे।
इस शिवालय पार्क का उद्घाटन महाकुंभ के समय पर होना एक ऐतिहासिक कदम होगा, जो न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और भारत के लिए गर्व की बात है। इस परियोजना का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से प्रयागराज को और भी महत्वपूर्ण बनाना है। इस पार्क में दर्शन करने के बाद, श्रद्धालु न केवल धार्मिक संतुष्टि प्राप्त करेंगे, बल्कि उन्हें एक सुंदर और आधुनिक वातावरण में अपने आराध्य भगवान शिव के प्रति आस्था और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर मिलेगा।
महाकुंभ के दौरान यह शिवालय पार्क न केवल एक धार्मिक स्थल के रूप में खड़ा होगा, बल्कि यह भारत की धार्मिक धरोहर और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक भी बनेगा।