CM योगी ने वाराणसी में कहा: देश की सुरक्षा से ही धर्म की सुरक्षा, इसके बाद ही हम सुरक्षित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को स्वर्वेद मंदिर के विहंगम योग के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने धर्म और सनातन के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम में अपने उद्घाटन संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर आयोजित किया जा रहा है, और इस मौके पर सभी को अभिनंदन किया। उन्होंने मंच से विहंगम योग के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि यह योग भारत के जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए समर्पित प्रयास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी विहंगम योग की साधना की थी, और यह भारत की योग परंपरा को वैश्विक स्तर पर फैलाने का एक प्रयास है।
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि एक संत या सच्चा योगी देश और समाज की परिस्थितियों से अलग होकर चुप नहीं बैठ सकता। सदादेव फल जी महाराज जैसे संतों ने अपनी आध्यात्मिक साधना से देश की आज़ादी में योगदान दिया, और उनका मार्गदर्शन हमें प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने काशी के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है, जिससे काशी अब दुनिया के सबसे बड़े स्नान घाट नमो घाट और अन्य प्रमुख विकास कार्यों के लिए पहचानी जाती है। उन्होंने बताया कि काशी में सड़क, रेल और वायुसेवा की कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है और जलमार्ग के जरिए यात्रा के नए रास्ते खोले गए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि योग को वैश्विक मंच पर लाने का श्रेय पीएम मोदी को जाता है, और उन्होंने विश्व योग दिवस को 21 जून को वैश्विक स्तर पर मनाने का ऐतिहासिक कदम उठाया। प्रयागराज कुंभ और रामलला अयोध्या में विराजमान होने की घटनाओं को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि यह वर्ष भारत के लिए महत्वपूर्ण है।अंत में, योगी ने स्वर्वेद मंदिर के उद्घाटन और शताब्दी समारोह को एक विज्ञान और तकनीक के साथ आध्यात्मिकता का संगम बताया, जो भारतीयता और सनातन की मिसाल प्रस्तुत करता है।