अखिलेश यादव ने राहुल-प्रियंका को रोके जाने पर योगी सरकार को घेरा, कहा- ‘यह लोकतंत्र नहीं है’

संभल हिंसा के बाद से सियासत तेज हो गई है, खासकर विपक्षी दलों के नेताओं के शहर में जाने पर प्रशासन की रोक को लेकर। हिंसा के बाद मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रयासों को पुलिस ने रोक दिया। इससे पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रतिनिधिमंडल भी संभल जाने की योजना बना रहा था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें भी शहर में प्रवेश नहीं करने दिया।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस रोक को लेकर भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने भा.ज.पा के इशारे पर यह कदम उठाया और विपक्षी नेताओं को संभल जाने से रोकने के लिए दबाव बना रहा है। अखिलेश ने यह भी सवाल किया कि प्रशासन ऐसा क्यों कर रहा है और छिपाने की कोशिश क्यों की जा रही है। उनका आरोप था कि पुलिस केवल लोगों को फंसाने का काम कर रही है, न्याय दिलाने का नहीं। उन्होंने इस घटना को लेकर लोकतंत्र पर हमले की बात भी कही।
सपा सांसद डिंपल यादव ने भी इस पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस घटना को दबाने की कोशिश कर रहा है, ताकि सच्चाई सामने न आए। डिंपल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार को समय की देरी से फायदा हो सकता है और वे स्थिति को जितना दबाएंगे, उतना उनके लिए अच्छा होगा।
संभल में यह हिंसा शाही जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान हुई थी, जब उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की थी, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। इसके बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं और बाहरी व्यक्तियों के आने पर पाबंदी लगा दी, साथ ही जिले की सीमाएं सील कर दीं।