भा.ज.पा. का मिल्कीपुर में सपा को मात देने का बड़ा कदम, पांच मंत्रियों को सौंपे गए अहम जिम्मेवारियां

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कुंदरकी और कटेहरी उपचुनावों में अपनी शानदार जीत से उत्साहित भाजपा अब मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर नई रणनीति बनाने में जुट गई है। भाजपा ने मिल्कीपुर में अब तक चार मंत्रियों को जिम्मेदारी दी थी, लेकिन अब पांच मंत्रियों को इस सीट पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र को भाजपा सपा का गढ़ मानती है, और पार्टी की योजना कुंदरकी और कटेहरी की तरह यहां भी जीत हासिल करने की है, जहां उसने सपा के गढ़ में शानदार प्रदर्शन किया था।

अब तक चार मंत्रियों, जैसे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, खेल मंत्री गिरीशचंद्र यादव, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री मंकेश्वर शरण सिंह, और खाद्य रसद मंत्री सतीश चंद्र शर्मा को जिम्मेदारी दी गई थी, जबकि अब सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर को भी मिल्कीपुर में कमल खिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राठौर का संगठन में लंबा अनुभव है, और उन्होंने कुंदरकी उपचुनाव में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही भाजपा ने दो विधान परिषद सदस्यों, अवनीश पटेल और डा. धर्मेंद्र सिंह को भी तैनात किया है। अवनीश पटेल जातीय समीकरण साधेंगे, जबकि डा. धर्मेंद्र सिंह सांगठनिक कार्यों में गति लाएंगे।

भा.ज.पा. ने मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के 414 बूथों को चार श्रेणियों में बांटा है: ए श्रेणी (जहां भाजपा हमेशा जीतती है), बी श्रेणी (जहां प्रतिस्पर्धा बराबर होती है), सी श्रेणी (जहां पार्टी कमजोर है), और डी श्रेणी (जहां बहुत कम वोट मिलते हैं)। इसके अलावा, भाजपा ने संगठन के स्तर पर 61 शक्ति केंद्रों को स्थापित किया है, जिनमें पांच से सात बूथ एक साथ आते हैं। प्रत्येक शक्ति केंद्र में एक संयोजक, एक प्रभारी और एक प्रवासी को जिम्मेदारी दी गई है।

हाल ही में अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव का रास्ता साफ हुआ है, और अब राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है। भाजपा ने अपनी पूरी ताकत और रणनीति के साथ मिल्कीपुर में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी पूरी कर ली है।

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