MP के मुख्यमंत्री मोहन यादव का ब्रिटिश संसद दौरा, प्रवासी भारतीयों से करेंगे संवाद।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ब्रिटेन और जर्मनी दौरा: मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने की पहल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव यूनाइटेड किंगडम (यूके) और जर्मनी के छह दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। यह दौरा अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के साथ मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और उद्योगों के साथ सहयोग स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। रविवार को लंदन पहुंचने पर भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
यूके में कार्यक्रमों की रूपरेखा
दौरे के पहले चरण में मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को ब्रिटिश संसद का दौरा करेंगे। यहां उनका स्वागत ब्रिटिश सांसद बैरोनेस संदीप वर्मा करेंगी। वे संसद भ्रमण के बाद वेस्टमिंस्टर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके अतिरिक्त, वे किंग्स क्रॉस और पुनर्विकास स्थलों का निरीक्षण करेंगे।
मुख्यमंत्री “फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश” द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भी भाग लेंगे, जिसमें 400 से अधिक प्रवासी भारतीय शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए प्रेरित करना है। इसके अलावा, उद्योगपतियों और यूके में भारत के उच्चायुक्त के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया जाएगा।
जर्मनी में निवेश पर जोर
28 नवंबर से जर्मनी में, मुख्यमंत्री म्यूनिख और स्टटगार्ट में कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेंगे। वे बवेरियन राज्य सरकार के प्रतिनिधियों और स्थानीय उद्योगपतियों के साथ चर्चा करेंगे। म्यूनिख में आयोजित संवादात्मक सत्र में 80 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे, जहां इलेक्ट्रिक वाहन, अक्षय ऊर्जा, और खाद्य प्रसंस्करण जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
डॉ. यादव स्टटगार्ट के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय का भी दौरा करेंगे, जिसमें 11 मिलियन से अधिक प्राचीन वस्तुओं का संग्रह है। उनकी यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को मध्य प्रदेश के विकास और नवाचार के अवसरों से अवगत कराने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
मध्य प्रदेश में निवेश का रोडमैप
इस दौरे के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को आकर्षित करने और मध्य प्रदेश को एक औद्योगिक और नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करने की योजना बनाई है। राज्य में पहले ही मुंबई, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कोलकाता जैसे शहरों में निवेश सम्मेलनों का सफल आयोजन किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा में क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल मध्य प्रदेश को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का अवसर है, बल्कि राज्य को अंतरराष्ट्रीय निवेश और औद्योगिक साझेदारी के माध्यम से विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।