केजरीवाल का आरोप: ‘दिल्ली बनी क्राइम कैपिटल’, दिनदहाड़े गैंगवॉर से दहशत में लोग

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली को “दुनिया की सबसे असुरक्षित राजधानी” करार देते हुए अपराध के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में अपराध का ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है और जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।
केजरीवाल ने कहा कि 2022 में दिल्ली में 501 हत्याएं हुईं, जो बीते वर्षों में सबसे ज्यादा हैं। पिछले तीन महीनों में यमुनापार क्षेत्र में हुए गैंगवार में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। व्यापारियों को फिरौती के फोन आ रहे हैं और महिलाएं खुलेआम छेड़खानी और हिंसा का सामना कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिनदहाड़े गोलीबारी और गैंगवॉर की घटनाओं से दिल्लीवासी डरे हुए हैं।
नांगलोई में व्यापारी रोशनलाल की दुकान पर गोलीबारी का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह घटना दिल्ली में अपराध के बढ़ते स्तर का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के पीछे मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि असली अपराधियों को पकड़ने के बजाय मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने सवाल उठाया कि दिल्ली के लोग आखिर कब सुरक्षित महसूस करेंगे। अगर गृह मंत्रालय अपराध रोकने में असमर्थ है, तो यह जिम्मेदारी दिल्ली सरकार को सौंप दी जाए। उन्होंने दिल्ली की तुलना 90 के दशक की मुंबई से की, जब गैंगस्टर खुलेआम हिंसा करते थे।
नांगलोई दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके रास्ते में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें पीड़ित व्यापारी से मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने इसे “अपराधियों को बचाने की साजिश” करार दिया। उनके अनुसार, पीड़ितों की समस्याएं उठाना उनका कर्तव्य है, जिसे वे निभाते रहेंगे।
व्यापारी रोशनलाल ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दुकान पर गोलियां चलाने वालों को पकड़ लिया गया है, लेकिन इसके पीछे का मास्टरमाइंड अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उन्होंने मामले में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई की मांग की।
अरविंद केजरीवाल ने अंत में कहा कि दिल्ली में अपराध का मौजूदा स्तर इतना बढ़ गया है कि लोग घर से बाहर निकलने में डरने लगे हैं। महिलाओं और व्यापारियों की सुरक्षा अब सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। उन्होंने गृह मंत्री से सवाल किया कि बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए कब ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस बयान के बाद दिल्ली की कानून व्यवस्था पर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।