फारबिसगंज शहर में बड़ा बदलाव, 126 करोड़ की लागत से बनेगा रेल ओवर ब्रिज

फारबिसगंज शहर में प्रतिदिन लगने वाले जाम की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब, फारबिसगंज में सुभाष चौक स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर शीघ्र ही एक उच्च स्तरीय रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया जाएगा। यह जानकारी फारबिसगंज विधायक विद्यासागर उर्फ मंचन केशरी ने फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा और सचिव विनोद सरावगी को एक औपचारिक मुलाकात के दौरान दी।
विधायक ने बताया कि आरओबी निर्माण के इस महत्वपूर्ण परियोजना पर वे काफी समय से विभिन्न संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक, वरीय अभियंता, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के महाप्रबंधक, और प्रोजेक्ट डायरेक्टर से लगातार पत्राचार कर इस परियोजना को गति देने की कोशिश की गई थी। इसके परिणामस्वरूप, पथ निर्माण विभाग के ओएसडी प्रशांत कुमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरओबी का निर्माण का डिजाइन तैयार कर रेल मुख्यालय को भेजा गया था, जिसमें रेलवे ने भविष्य में होने वाले रेल सेवाओं के विस्तार को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव किए हैं।
इन बदलावों के कारण इस परियोजना की लागत में वृद्धि हुई है, जो अब लगभग 126 करोड़ रुपये हो गई है। विधायक ने कहा कि इस आरओबी का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम (BSPCB) द्वारा किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जल्द ही इसका शिलान्यास किया जाएगा। यह फ्लाईओवर क्षेत्रीय यातायात की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और शहर में आने-जाने की गति में सुधार करेगा, जिससे हर दिन होने वाले जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
फारबिसगंज सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा, सचिव विनोद सरावगी और अन्य सदस्यों ने विधायक मंचन केशरी का धन्यवाद किया और उनके इस प्रयास को सराहा। इस अवसर पर सिविल सोसाइटी के संरक्षक बच्छराज राखेचा, अजातशत्रु अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राकेश रोशन, वरिष्ठ सदस्य रमेश सिंह, अभिषेक नीरज, पवन मिश्रा और अवधेश कुमार साह सहित कई प्रमुख व्यक्तियों ने विधायक के प्रति आभार व्यक्त किया।
यह आरओबी फारबिसगंज के नागरिकों के लिए राहत का कारण बनेगा, खासकर उन लोगों के लिए जो रोजाना रेलवे क्रॉसिंग पर घंटों जाम में फंसे रहते हैं। इस फ्लाईओवर के निर्माण से न केवल यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा और फारबिसगंज को एक आधुनिक शहर के रूप में स्थापित किया जा सकेगा।