नीतीश और सम्राट चौधरी का अलग-अलग पहुंचने पर RJD का बीजेपी पर तंज, कहा- CM को हाईजैक किया गया

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के हाजीपुर में आयोजित जेडीयू के एक कार्यक्रम में पहुंचे, लेकिन उनका पहुंचने का तरीका एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। जहां नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में कार से प्रवेश किया, वहीं सम्राट चौधरी हेलीकॉप्टर से आए। इस भिन्न-भिन्न तरीके से पहुंचने को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई और राज्य की विपक्षी पार्टी आरजेडी ने इस पर तीखा हमला बोला।
आरजेडी ने इस घटना को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर नीतीश कुमार की राजनीतिक हैसियत को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने इस संदर्भ में कहा कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “हाईजैक” कर लिया है और अब वह उन्हें “नीचा दिखाने” की साजिश कर रही है। उनका यह भी कहना था कि बीजेपी भविष्य में नीतीश कुमार को “पैदल” करने की कोशिश कर सकती है, जिससे उनकी राजनीतिक ताकत कम हो। मुकेश रोशन ने यह आरोप भी लगाया कि नीतीश कुमार ने कई बार मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूने की कोशिश की है, जो उनके राजनीतिक समर्पण को दर्शाता है।
आरजेडी ने इसे “फूट” का मुद्दा माना और इसका राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की है। पार्टी के नेताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के भीतर एक असमंजस की स्थिति है, खासकर जब वह बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल होने के बाद बार-बार यह कहते हैं कि “आरजेडी के साथ जाना उनकी गलती थी”। यह बयान उन्हें बीजेपी के प्रति अपनी निष्ठा स्पष्ट करने के रूप में देखा जा रहा है, और इस पर आरजेडी ने कटाक्ष किया है कि यह स्थिति उनकी राजनीतिक मजबूरी को दर्शाती है।
वहीं, सम्राट चौधरी ने इस कार्यक्रम में एक बार फिर से यह स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा, इस बयान को पार्टी द्वारा एक सशक्त संदेश के रूप में प्रस्तुत किया गया। हालांकि, नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी के बीच यात्रा के इस भिन्न तरीके ने विपक्ष को एक नया मुद्दा दे दिया है, जिस पर वह लगातार हमला कर सकते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार के राजनीतिक परिदृश्य को और अधिक गतिशील बना दिया है, और अब यह देखना होगा कि इस पर सियासी घमासान और आरोप-प्रत्यारोप किस दिशा में बढ़ते हैं। आरजेडी और बीजेपी के बीच की यह जंग आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।