Rishikesh Update: रिवर राफ्टिंग में गो प्रो कैमरा अब सिर्फ सहायक के पास होगा

अब रिवर राफ्टिंग के दौरान गो प्रो कैमरे को लेकर पर्यटकों और गाइडों के बीच होने वाले विवादों का समाधान हो गया है। पर्यटन विभाग ने नया नियम जारी किया है जिसके तहत अब गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल गाइड के बजाय हेल्पर करेगा। इसके अलावा, गो प्रो कैमरे का अधिकतम शुल्क 2,000 रुपये प्रति राफ्ट तय किया गया है। अगर कोई गाइड इससे अधिक शुल्क वसूलता है, तो पर्यटन विभाग उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा।पहले, पर्यटन विभाग ने रिवर राफ्टिंग के दौरान गो प्रो कैमरे के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा था। लेकिन बावजूद इसके, गाइड कैमरा इस्तेमाल करते थे, जिससे कई बार पर्यटकों और गाइडों के बीच विवाद हो जाते थे। कभी-कभी यह विवाद मारपीट तक पहुँच जाता था। 2024-25 के सीजन के लिए पर्यटन विभाग ने ऐसे विवादों से बचने के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब केवल हेल्पर ही गो प्रो कैमरे का उपयोग करेगा, और गाइड से जुड़ा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
साहसिक पर्यटन के अधिकारी जसपाल चौहान के अनुसार, एक राफ्ट में अब आठ पर्यटकों के अलावा एक गाइड और एक हेल्पर होगा। हेल्पर ही गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल करेगा, और गाइड को इसके लिए अतिरिक्त शुल्क लेने की अनुमति नहीं होगी। इस बदलाव के बारे में पर्यटकों को जागरूक करने के लिए राफ्टिंग के स्टार्ट और फिनिश प्वाइंट्स पर साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं।नए नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य रिवर राफ्टिंग के दौरान होने वाले विवादों को कम करना और सभी के लिए एक बेहतर और सुखद अनुभव सुनिश्चित करना है। इस तरह से पर्यटक अब बिना किसी परेशानी के अपनी राफ्टिंग का आनंद ले सकेंगे।