ग्वालियर: दिनदहाड़े प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, बदमाशों ने बीच सड़क पर बरसाईं गोलियां

ग्वालियर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के शताब्दी पुरम ए ब्लॉक में हुए इस हत्याकांड ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतक सुनील गुर्जर, एक किसान और प्रॉपर्टी निवेशक, का अपने पार्टनर पुष्पेंद्र सिंह भदोरिया के साथ रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। मंगलवार को सुनील रुपयों की वसूली के लिए पुष्पेंद्र के पास पहुंचा, जहां दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पुष्पेंद्र और उसके साथियों ने सुनील पर गोलियों की बौछार कर दी। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने लगभग आधा दर्जन राउंड फायर किए, जिससे सुनील की मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। पुलिस को मौके से कई खाली कारतूस मिले हैं, जो यह दर्शाते हैं कि वारदात को अंजाम देने के लिए कितनी भारी गोलीबारी की गई थी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच शुरू कर दी है ताकि आरोपियों की पहचान और उनका भागने का मार्ग स्पष्ट हो सके।
पुलिस का मानना है कि यह घटना पूरी तरह से प्रॉपर्टी के लेन-देन के विवाद से जुड़ी है। मृतक के परिवार के अनुसार, कुछ दिनों से दोनों पक्षों के बीच पैसों को लेकर तनाव चल रहा था, लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि मामला इतनी गंभीर स्थिति तक पहुंच जाएगा। मृतक के भाई ने बताया कि सुनील का पुष्पेंद्र के साथ प्रॉपर्टी में पार्टनरशिप थी और वसूली के कुछ मुद्दों पर विवाद चल रहा था। वारदात के बाद से सभी आरोपी अपने घरों में ताला लगाकर फरार हो गए हैं।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भय और आक्रोश व्याप्त है। घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और आसपास के इलाकों में जांच तेज कर दी गई है ताकि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव ने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
इसके साथ ही पुलिस ने ग्वालियर के विभिन्न हिस्सों में नाकाबंदी कर दी है और सभी आरोपियों की फोटो विभिन्न थानों में भेज दी गई है ताकि उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके। पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश डालने के लिए कई टीमें बनाई हैं। स्थानीय लोगों से भी इस मामले में जानकारी और सहयोग देने का आग्रह किया गया है।
फिलहाल, इस घटना ने शहर के कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रॉपर्टी के विवाद से जुड़े इस हिंसक कृत्य ने न केवल आम लोगों में भय का माहौल पैदा किया है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं।