देहरादून में बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन, सैकड़ों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर किया मार्च

राज्य स्थापना दिवस के दिन सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया, अपनी प्रमुख मांग के साथ कि उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल भर्ती में आयु सीमा को बढ़ाया जाए। गांधी पार्क में एकत्रित होकर इन युवाओं ने मुख्यमंत्री आवास की तरफ मार्च किया, जिसके चलते पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी।युवाओं का आरोप था कि पिछली भर्ती में सरकार ने वादा किया था कि अगली भर्ती में आयु सीमा में छूट दी जाएगी, लेकिन इस बार सरकार ने अपनी बात से मुंह मोड़ लिया।
इससे युवाओं में गुस्सा और निराशा का माहौल था। बेरोजगार संघ ने चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस भर्ती में आयु सीमा में छूट नहीं दी जाती है, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे और “करो या मरो” रैली का आयोजन करेंगे।शनिवार को गांधी पार्क में धरने पर बैठे युवाओं ने एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर शपथ ली थी। बेरोजगार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि वे राज्य के डीजीपी अभिनव कुमार से हुई मुलाकात का सम्मान करते हुए आठ नवंबर तक कोई धरना या प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।
डीजीपी ने 30 अक्टूबर को संघ के नेताओं से मिलकर आश्वासन दिया था कि पुलिस भर्ती में आयु सीमा बढ़ाने के बारे में सरकार विचार कर रही है।लेकिन बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे और अधिक उग्र आंदोलन करेंगे। पंवार ने यह भी कहा, “आठ साल बाद पुलिस भर्ती का मौका आया है, तो उन युवाओं का क्या दोष है जिनकी आयु सीमा पार हो गई?” उनका कहना था कि सरकार को उन युवाओं के बारे में सोचना चाहिए, जो भर्ती के लिए योग्य हैं, लेकिन सिर्फ आयु सीमा की वजह से बाहर हो गए हैं।इन युवाओं ने राज्य सरकार से अपनी मांगों को तुरंत मानने की अपील की है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान जल्द करेगी।