तीन साल की मेहनत: वंशिका गोस्वामी की दृढ़ता ने दिलाया विश्व चैंपियन बनने का गौरव

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की वंशिका गोस्वामी ने अंडर-19 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप जीतकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। अमेरिका में अपने मुक्के से देश का नाम ऊंचा करने वाली वंशिका ने केवल तीन साल में इस खेल में शानदार सफलता पाई है। उनका खेलों के प्रति जुनून बचपन से ही स्पष्ट रहा है।16 दिसंबर 2006 को शशिकांत गोस्वामी के घर जन्मी वंशिका ने कराटे सीखने की इच्छा जताई, जिसके लिए उनके पिता ने उन्हें स्कूल में प्रशिक्षण दिलवाया। उन्होंने नौवीं कक्षा में जूडो-कराटे में ब्राउन बेल्ट प्राप्त किया। जब उनके पिता का ट्रांसफर बड़ोह हुआ, तो वंशिका भी उनके साथ चली गईं।
2021 में, वंशिका ने बॉक्सिंग सीखने का निर्णय लिया और समलोटी स्कूल में कोच कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग शुरू की। पहले ही साल में उन्होंने राज्य चैंपियन का खिताब जीता। इसके बाद, उन्होंने 66वें राष्ट्रीय खेलों में अंडर-19 श्रेणी में सिल्वर मेडल भी हासिल किया। जुलाई में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के ट्रायल में शानदार प्रदर्शन करते हुए, वंशिका भारतीय टीम का हिस्सा बनीं। हाल ही में, कोलोराडो में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में, उन्होंने 1 मिनट 37 सेकंड में जर्मनी की गेट विक्टोरिया को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
वंशिका ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार, कोच और हिमाचल बॉक्सिंग एसोसिएशन के सभी सदस्यों को दिया। उनके पिता, जो विधायक संजय रत्न के पीएसओ हैं, ने कहा कि वंशिका हमेशा से मेहनती रही है और अपने दादा-दादी की लाडली भी है। वर्तमान में, वंशिका ज्वालाजी कॉलेज में बीए के पहले वर्ष की छात्रा हैं और 8 नवंबर को अपने घर लौटेंगी।