शिवराज सिंह चौहान: झारखंड में घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए लागू होगा NRC

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को झारखंड में आगामी चुनावों को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है, तो नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) लागू किया जाएगा। यह कदम सरकार की नीति के तहत देश में विदेशी घुसपैठियों के खिलाफ उठाए जाने वाले सख्त कदमों का हिस्सा है।
शिवराज सिंह चौहान ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि एनआरसी के माध्यम से विदेशी घुसपैठियों की पहचान की जाएगी और उन्हें चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब पूरे देश में सुरक्षा और नागरिकता के मुद्दों पर चर्चा जारी है। चौहान ने यह भी बताया कि यह प्रक्रिया झारखंड के विकास और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड में बीजेपी का विस्तृत संकल्प पत्र भी जल्द ही जारी किया जाएगा। इस संकल्प पत्र में पार्टी के चुनावी वादों और योजनाओं का विस्तृत उल्लेख होगा, जिसमें राज्य के विकास के लिए विभिन्न पहल और कार्यक्रम शामिल होंगे। चौहान ने भरोसा दिलाया कि पार्टी चुनाव में जीत हासिल करने के बाद झारखंड के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है।
एनआरसी के लागू होने के बाद, राज्य में नागरिकता के मामलों में पारदर्शिता बढ़ेगी और सरकार विदेशी नागरिकों की पहचान करने में सक्षम होगी। इस कदम से राज्य में सुरक्षा स्थिति को भी बेहतर बनाने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय लोगों के बीच विश्वास बढ़ेगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि केवल भारतीय नागरिकों को ही राज्य में रहने का अधिकार मिले।
बातचीत के दौरान, चौहान ने झारखंड में बीजेपी की राजनीतिक स्थिति और पार्टी की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पार्टी इस बार चुनाव में एक विस्तृत दृष्टिकोण के साथ मैदान में उतरेगी, जिससे सभी वर्गों को समाहित किया जा सके। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि झारखंड के विकास के लिए बीजेपी की योजनाएँ पूरी तरह से तैयार हैं और आने वाले समय में इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
चौहान के बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि एनआरसी का मुद्दा हमेशा से संवेदनशील रहा है। कई राज्यों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन और विवाद उठ चुके हैं। ऐसे में, झारखंड में एनआरसी लागू करने की घोषणा ने विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बहस को फिर से जीवित कर दिया है।
बीजेपी का यह कदम ऐसे समय में आया है जब देश में चुनावी माहौल गरम है और सभी दल अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान की घोषणा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी इस बार भी अपने कड़े रुख को जारी रखेगी और राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
इस प्रकार, शिवराज सिंह चौहान की इस घोषणा ने झारखंड विधानसभा चुनावों को लेकर नई चर्चा और बहस को जन्म दिया है, जो आने वाले समय में राज्य की राजनीति को प्रभावित कर सकती है।