बालोद: प्रार्थना सभा में मतांतरण का आरोप, पास्टर की गिरफ्तारी से गांव में तनाव

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम मनकी में एक प्रार्थना सभा के दौरान रविवार को विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। पास्टर राकेश निर्मलकर और ग्रामीणों के बीच बहस गाली-गलौज में बदल गई, जिसके बाद पुलिस ने पास्टर को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण किया जा रहा था, जिससे ग्रामीणों में असंतोष फैल गया। भाजपा नेताओं ने इस घटना का कड़ा विरोध जताते हुए इसे गांव की शांति भंग करने का प्रयास बताया।
प्रार्थना सभा का आयोजन गांव के कोटवार के घर पर किया गया था, जिसमें पास्टर राकेश निर्मलकर पिछले कुछ समय से ग्रामीणों को शामिल कर रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि पास्टर गांव में धार्मिक रूप से प्रेरित करने की कोशिश कर रहा था, जिससे उनकी शांति भंग हो रही थी। पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप कर पास्टर को गिरफ्तार कर लिया और न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।