महाकुंभ: कुंड और तालाब होंगे साफ, भक्तों के लिए घाटों पर लगेगी किराए की सूची

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महाकुंभ 2025: काशी में तैयारियां और सुविधाएं

 

महाकुंभ 2025 के आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए वाराणसी नगर निगम ने अपनी तैयारियों को व्यापक स्तर पर प्रारंभ कर दिया है। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में महाकुंभ के दौरान आने वाले भक्तों और पर्यटकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।

 

नाव किराए पर नियंत्रण

महाकुंभ के दौरान नाविकों द्वारा मनमाना किराया वसूले जाने की समस्या को खत्म करने के लिए नाव किराए की दरें तय कर दी गई हैं। इन दरों को विभिन्न घाटों पर चस्पा किया जाएगा, ताकि तीर्थयात्री निर्धारित किराए पर ही सेवाएं ले सकें। यह कदम पर्यटकों के अनुभव को बेहतर और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

 

क्विक रिस्पांस टीम (QRT)

महाकुंभ के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम ने स्वास्थ्य, अभियंत्रण, जलकल और मार्ग प्रकाश विभाग की संयुक्त क्विक रिस्पांस टीम (QRT) तैयार की है। यह टीम दशाश्वमेध जोन पर 24×7 तैनात रहेगी और जरूरत पड़ने पर समस्याओं का तुरंत समाधान करेगी।

 

महाकुंभ के लिए काशी इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर (KICCC) में हेल्प डेस्क कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इसका टोल-फ्री नंबर 1533 होगा, जो तीन शिफ्टों में कार्य करेगा। इस नंबर पर आने वाली शिकायतों को संबंधित अधिकारियों तक तुरंत पहुंचाया जाएगा, ताकि त्वरित समाधान सुनिश्चित हो सके।

 

शेल्टर होम और रैनबसेरा

भक्तों और पर्यटकों की सुविधा के लिए 20 नए अस्थायी रैनबसेरों का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त, पहले से संचालित 13 स्थायी और 8 अस्थायी शेल्टर होम मिलाकर कुल 41 रैनबसेरे अब उपलब्ध हैं। बस और रेलवे स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर 1533 के फ्लेक्स बोर्ड लगाए गए हैं, जिनकी मदद से नजदीकी रैनबसेरों की जानकारी और बेड की उपलब्धता पाई जा सकती है।

 

ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा स्टैंड

पर्यटकों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए 20 नए ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा स्टैंड बनाए गए हैं। अब कुल 44 स्टैंड उपलब्ध हैं। इन स्थानों पर दरें स्पष्ट रूप से विनायल बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि यात्री तय दरों पर ही सेवाओं का लाभ उठा सकें।

 

धार्मिक कुंडों और तालाबों की सफाई

महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए नगर निगम ने लक्ष्मीकुंड, पीरकुंड, पिशाचमोचन, दुर्गाकुंड, ईश्वरगंगी, और पुष्कर तालाब जैसे धार्मिक स्थलों की नियमित सफाई सुनिश्चित की है।

 

सुव्यवस्थित और दिव्य महाकुंभ का लक्ष्य

महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए नगर निगम ने हर छोटे-बड़े पहलू पर ध्यान केंद्रित किया है। चाहे वह हेल्पलाइन सेवाएं हों, साफ-सफाई, या परिवहन व्यवस्था—सभी क्षेत्रों में सुधार के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं।

 

महाकुंभ 2025 न केवल भारत के लिए, बल्कि विश्व के लिए भी आस्था, संस्कृति, और भव्यता का प्रतीक बनने जा रहा है।

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