रामनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी, एक जनवरी से दर्शन की अवधि में एक घंटे की वृद्धि

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Ayodhya: अयोध्या स्थित राम मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को शाम 7 बजे तक 1.05 लाख से अधिक भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। क्रिसमस की छुट्टी के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। इस दिन वीआईपी दर्शन के सभी स्लॉट सुबह 11 बजे तक ही पूरी तरह से भर गए थे। साथ ही, नववर्ष यानी एक जनवरी को भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसको ध्यान में रखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दर्शन की अवधि एक घंटे बढ़ाने का निर्णय लिया है।

एक जनवरी से दर्शन की अवधि में वृद्धि

राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि एक जनवरी से रामलला के दर्शन का समय एक घंटे के लिए बढ़ाया जाएगा। इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा देना है, विशेषकर उन श्रद्धालुओं को जो प्रयागराज से आते हैं। ट्रस्ट ने इस बदलाव का निर्णय श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है।

सुविधाओं का विशेष ध्यान

22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद, श्रीराम जन्मभूमि में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा। राम मंदिर में सात प्रवेश मार्गों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जूते-चप्पल रखने की व्यवस्था, वस्तुओं को रखने की सुविधा, और 2000 लोगों के बैठने की व्यवस्था तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में की जाएगी। इसके साथ ही, पेयजल और चिकित्सा की व्यवस्था भी की गई है। दर्शन के लिए निकलने से पहले श्रद्धालु इन सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

दर्शन के लिए व्यवस्था

रामलला के दर्शन बहुत दिव्यता से होते हैं, जहां श्रद्धालुओं को चार पंक्तियों में खड़ा करके दर्शन कराए जाते हैं। प्रतिदिन लगभग तीन लाख श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सकते हैं। दर्शन के दौरान पंक्तियों में बैठने के लिए बेंच भी रखी गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आराम मिलता है। दर्शन के बाद, निकास मार्ग पर प्रसाद भी प्रदान किया जाता है। एक श्रद्धालु को लगभग 40-45 मिनट में दर्शन की सुविधा मिलती है।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर जोर

राम मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षा की पूरी गारंटी हो। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है, ऐसे में ट्रस्ट ने दर्शन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि एक जनवरी को आने वाले भक्तों और भविष्य में आयोजित महाकुंभ के दौरान भीड़ को अच्छे से नियंत्रित किया जा सके।

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