बिहार में 16 हजार करोड़ की सड़क परियोजना, गया को मिलेगी जाम से मुक्ति

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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज्य को 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। गडकरी ने गया शहर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय सरकार द्वारा विभिन्न सड़क परियोजनाओं की घोषणा की, जिसका उद्देश्य बिहार के सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाना और राज्य में यातायात की समस्याओं को हल करना है।

 

गया के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए गडकरी ने कहा कि यह शहर धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन यहां की सड़कों पर जाम की समस्या आम है। इस जाम की समस्या को हल करने के लिए मोदी सरकार ने एक व्यापक कार्य योजना बनाई है। केंद्रीय मंत्री ने गया शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए चाकंद से दोमुहान तक 164 करोड़ रुपये की लागत से फोर लेन सड़क बनाने की घोषणा की। इसके अलावा, गया एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए दोमुहान से पहाड़पुर तक 64 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा।

 

गडकरी ने बताया कि यह परियोजना 2026 तक पूरी हो जाएगी। इस सड़क के निर्माण से डोभी से पटना और पटना से डोभी तक यात्रा में समय की काफी बचत होगी। अब यह यात्रा सवा घंटे में 127 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जिससे लोगों का समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि डोभी-गया-पटना फोर लेन का काम फरवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा, जिससे इस मार्ग पर आवागमन को आसान और तेज बनाया जाएगा।

 

बिहार के विकास के लिए अन्य बड़ी योजनाओं का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि बिहार को बेहतर सड़क नेटवर्क मिलने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गया में 3700 करोड़ रुपये की लागत से 6 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इनमें एक प्रमुख परियोजना गया से वाराणसी और कोलकाता हाइवे को जोड़ने के लिए 970 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड सड़क कॉरिडोर बनाना है, जिस पर 40 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना को 2027 तक पूरा किया जाएगा।

 

गडकरी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के लखीसराय के अशोकधाम के लिए सड़क नेटवर्किंग बनाने के अनुरोध को भी स्वीकार किया और कहा कि इसके लिए 5000 करोड़ रुपये की योजना मंजूर की जाएगी। इसके अलावा, दाउदनगर से रफीगंज बाइपास तक 130 करोड़ रुपये की लागत से सड़क बनाने का भी वादा किया। यह सड़क परियोजना 2025 तक पूरी होगी।

 

साथ ही, गडकरी ने यह भी कहा कि पटना से पूर्णिया तक एक बड़ा सड़क कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिसके लिए 45 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे 100 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी और सात जिले, जैसे सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, और पूर्णिया को लाभ होगा।

 

बिहार के लिए कुल 11 आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) भी बनाए जाएंगे, जिनमें जहानाबाद, विक्रमगंज, नवादा, मधुबनी, कटिहार, मुंगेर, और चंपारण शामिल हैं।

 

इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने बिहार में दो बड़े ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का भी जिक्र किया, जिनमें एक 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से 367 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनेगा, जो पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, और जमुई को जोड़ेगा। दूसरा एक्सप्रेसवे 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।

 

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार को मिली 16 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं से राज्य का सड़क नेटवर्क और बेहतर होगा, और ये परियोजनाएं राज्य के समृद्धि और विकास में योगदान करेंगी।

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