दिल्ली विधानसभा सत्र: पक्ष और विपक्ष के बीच गरमागरम बहस, मार्शल पर छिड़ी जंग!

विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बृहस्पतिवार से आरंभ हुआ, जो आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद का पहला सत्र है। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने जोरदार हंगामा किया।
सत्ता पक्ष के विधायकों ने बस मार्शलों के समर्थन में नारेबाजी की, जबकि आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने हंगामा किया। उनके समर्थन में अन्य आप विधायक भी खड़े हो गए। स्पीकर रामनिवास गोयल ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। जैसे ही कार्यवाही पुनः शुरू हुई, हंगामा फिर से देखने को मिला, जहां विपक्ष के विधायक कैग रिपोर्ट पेश करने के नारे लगाने लगे।
इससे पहले, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि विधायकों को दो दिवसीय विधानसभा सत्र के एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की निष्क्रियता के कारण इस बार मानसून में कई लोगों की जानें गईं।
झुग्गियों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है, जैसे कि पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक परिवहन, प्रदूषण, और बुजुर्गों को पेंशन न मिलने जैसी समस्याएं। इसके अलावा, केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को दिल्ली में लागू न करने सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।
दिल्ली सरकार से कैग की रिपोर्ट और पेयजल व सीवर के मुद्दे पर मुख्य सचिव की रिपोर्ट को सदन में प्रस्तुत करने की मांग की जाएगी। विधायक ओपी शर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दिल्लीवासी पेयजल की कमी, दूषित पेयजल और सीवर की समस्याओं से परेशान हैं।
विधायक अनिल वाजपेई ने कहा कि विपक्ष को दिल्लीवासियों की समस्याओं को उठाने से रोका जाता है। विधायक अजय महावर ने सुझाव दिया कि सदन में दिल्ली के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। विधायक अभय वर्मा ने कहा कि मानसून के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं बनाया गया, जिसके कारण कई लोगों की जान गई। आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया कि भाजपा (Delhi BJP) ने हमेशा अधिकारियों के माध्यम से दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के फंड को रोककर नकारात्मक राजनीति की है। इसके बावजूद, केजरीवाल के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार ने दिल्लीवासियों को कई निश्शुल्क कल्याणकारी योजनाएं प्रदान की हैं।
आप की सरकार हर वर्ष राजस्व अधिशेष वाला बजट पेश करती है, जबकि भाजपा दिल्ली सरकार के काम में बाधा डालती है। इसके विपरीत, आम आदमी पार्टी ने सुनिश्चित किया है कि दिल्ली के लोगों के लिए कार्य निरंतर जारी रहे।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और अन्य भाजपा नेता आम आदमी पार्टी के बारे में भ्रम फैलाने के लिए झूठे बयान देते रहते हैं। आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल (LG VK Saxena) से अविलंब छठे दिल्ली वित्त आयोग का गठन करने की मांग की है।