लापता लेडीज के ऑस्कर में शामिल होने पर सप-इंस्पेक्टर श्याम मनोहर का उत्साह

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गोरखपुर से भाजपा सांसद और प्रसिद्ध अभिनेता रवि किशन ने हाल ही में फिल्म ‘लापता लेडीज’ के ऑस्कर में प्रवेश की घोषणा करते हुए कहा कि यह फिल्म ऑस्कर जीतेगी। इस फिल्म का बजट केवल पांच करोड़ रुपये है, और इसे ऑस्कर में एंट्री मिली है, जो एक असाधारण उपलब्धि है। रवि किशन ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फिल्म ऑस्कर में जाएगी। भारत में कई बड़ी-बड़ी बजट की फिल्में बनी हैं, लेकिन यह फिल्म छोटे बजट में तैयार की गई है।”

रवि किशन ने गर्व के साथ कहा कि अब यह फिल्म पूरी दुनिया देखेगी। उन्होंने अपनी 34 साल की अभिनय यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, “आज हमारी मेहनत सफल हुई है। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग मुझ पर गर्व महसूस कर रहे हैं, जो मुझे अपना हीरो मानते हैं।” यह एक ऐसा पल है जब उन्हें अपने प्रशंसकों के समर्थन का एहसास हुआ है और उन्होंने अपनी मेहनत के फल को पाया है।

फिल्म में अपने किरदार सप-इंस्पेक्टर श्याम मनोहर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “यह किरदार मुझे बिहार में मिला। मैंने देखा कि एक पुलिसवाला पान खाते हुए जनता से कैसे संवाद कर रहा है। तभी मैंने सोच लिया था कि इस कलाकार को पर्दे पर जरूर लाऊंगा।” रवि ने फिल्म के निर्देशक किरण राव और निर्माता आमिर खान का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “उनके सहयोग के बिना यह सब संभव नहीं होता। साथ ही मेरे सह-कलाकारों और लेखकों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया है।”

रवि किशन ने फिल्म के सामाजिक संदेश पर भी बात की। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में प्रधानमंत्री के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के संकल्प को दर्शाया गया है। “यह नया भारत है, जिसे आज इस फिल्म के माध्यम से पूरी दुनिया देखेगी,” उन्होंने कहा। उनका मानना है कि यह फिल्म न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का काम भी करती है।

रवि किशन ने कहा, “मैं फिल्म के निर्माता-निर्देशक से फोन पर बात करूंगा और साथ ही अपने सह-कलाकारों से भी चर्चा करूंगा।” उन्होंने अपने किरदार की कहानी को भी साझा किया। उनके किरदार की शुरुआत एक भ्रष्ट दरोगा के रूप में होती है, लेकिन फिल्म के अंत में वह सच्चा दरोगा बनकर न्याय करता है। यह ट्रांजिशन दर्शकों को एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि सच्चाई और नैतिकता हमेशा जीतती है।

‘लापता लेडीज’ की कहानी में न केवल मनोरंजन है, बल्कि यह समाज में व्याप्त मुद्दों पर भी प्रकाश डालती है। रवि किशन का किरदार दर्शकों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है, जो यह दर्शाता है कि गलतियों के बावजूद बदलाव संभव है। उनका यह किरदार उन लोगों को प्रेरित करता है, जो भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की ताकत रखते हैं।

रवि किशन की यह घोषणा और फिल्म की उपलब्धि ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके प्रशंसकों को भी गर्व महसूस कराया है। उनका मानना है कि इस फिल्म की सफलता भारत के फिल्म उद्योग के लिए एक नया अध्याय खोल सकती है। यह भारतीय सिनेमा की गुणवत्ता और विविधता को दर्शाता है और छोटे बजट की फिल्मों के लिए एक नई दिशा दिखाता है।

इस प्रकार, ‘लापता लेडीज’ केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन का हिस्सा है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा देता है। रवि किशन की इस यात्रा ने साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और सही दृष्टिकोण के साथ कुछ भी संभव है।

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