बांग्लादेश में हिंदू समुदाय का प्रदर्शन: अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने लगातार हो रहे हमलों और उत्पीड़न के खिलाफ ढाका और चटगांव की सड़कों पर प्रदर्शन किया। उन्होंने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए फास्ट-ट्रैक ट्रिब्यूनल और अलग मंत्रालय की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे बांग्लादेश छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे और सरकार से जल्द कार्रवाई की अपेक्षा रखते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार से जवाबदेही की उम्मीद जताई है। उनकी मांगों में प्रमुख रूप से अल्पसंख्यक संरक्षण अधिनियम लागू करना और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटें सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अलावा, वे टारगेट किलिंग, लूटपाट और संपत्ति के विनाश पर रोक लगाने के लिए कठोर कदम उठाने पर जोर दे रहे हैं।
महिलाओं सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने चटगांव और ढाका में अपने हक के लिए सड़कों पर उतरकर यह साफ कर दिया कि वे किसी राजनीतिक एजेंडे के तहत नहीं बल्कि अपने अस्तित्व और सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से भी नाराजगी जताई और कहा कि उनकी आवाज मुख्यधारा के मीडिया द्वारा अनसुनी की जा रही है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर गंभीरता से ध्यान दें और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाएं।