BIHAR NEWS: बिहार में कुल पंजीकृत मठ और मंदिरों की संख्या 2499; इनके पास हजारों एकड़ जमीन

बिहार में कुल पंजीकृत मठ और मंदिरों की संख्या 2499 है। इन मठ-मंदिरों के पास 18456 एकड़ जमीन है। वहीं, पंजीकृत और गैर-पंजीकृत मठ-मंदिरों की संख्या 5777 है और इनके पास 28672 एकड़ जमीन है।



बिहार में हजारों की संख्या में मठ और मंदिर है। इसमें कुछ पंजीकृत है तो कुछ गैर-पंजीकृत, जिसमें बिहार में कुल पंजीकृत मठ और मंदिरों की संख्या 2499 है. इन मठ-मंदिरों के पास 18456 एकड़ जमीन है। वहीं, पंजीकृत और गैर-पंजीकृत मठ-मंदिरों की संख्या 5777 है और इनके पास 28672 एकड़ जमीन है। इनका पंजीकरण धार्मिक न्याय बोर्ड में होता है। लक्ष्य है कि मठ-मंदिर की जमीन गैर-कानूनी तरीके से न बेची जाए। राज्य में सबसे अधिक पंजीकृत मठ-मंदिर पूर्वी में है। वही के पंजीकृत कुल 137 मठ-मंदिरों के पास 5874 एकड़ जमीन है।

तीन जिलों के मठ-मंदिरों का आंकड़ा विधि विभाग के पास

विधि विभाग के पास राज्य के 38 में से 35 जिलों के मठ-मंदिरों का ब्योरा उपलब्ध है। सबसे अधिक 5874 एकड़ जमीन पूर्वी चंपारण जिले के मठों-मंदिरों के पास है। इनकी संख्या सिर्फ 137 है। वहीं, मधुबनी जिला के मठ-मंदिरों की संख्या कई जिलों से अधिक है। मधुबनी में 163 मठों-मंदिरों के पास 2,385 एकड़ जमी है। जबकि पड़ोसी जिला दरभंगा में एक भी मठ-मंदिर पंजीकृत नहीं है.वहीं सीतामढ़ी तीसरे नंबर पर है।

छोटा जिला कैमूर चौथे नंबर पर

सीतामढ़ी जिले में मठों-मंदिरों की संख्या 122 और जमीन का रकबा 2,025 एकड़ है। छोटा जिला कैमूर चौथे नंबर पर है। इस जिला में पंजीकृत 22 मठों-मंदिरों के जिम्मे 656 एकड़, जबकि गैर पंजीकृत के पास 813 एकड़ जमीन है। कुल रकबा 1,469 एकड़ है. लखीसराय में 934 एकड़, सहरसा में 866 एकड़, वैशाली में 820 एकड़, पश्चिमी चंपारण में 822 एकड़ और मधेपुरा में 975 एकड़ जमीन मठ-मंदिरों के पास है।

 

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