कांग्रेस ने पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा पर जताया विश्वास, थानेसर से दी टिकट—क्या बनेगा चुनावी खेल का नया मोड़?

कांग्रेस ने देर रात अपनी तीसरी सूची जारी कर दी, जिसमें थानेसर से पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा को एक बार फिर टिकट दिया गया है। यह उनकी दूसरी बार टिकट मिली है। अरोड़ा की टिकट लगभग पक्की मानी जा रही थी, क्योंकि वे लंबे समय से प्रचार में जुटे हुए थे और थानेसर में उन्हें किसी अन्य नेता से चुनौती नहीं थी।
अशोक अरोड़ा की राजनीति की शुरुआत लोकदल से हुई थी, और वे लंबे समय तक इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। इनेलो के बिखरने के लगभग सवा 6 साल पहले, अरोड़ा हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में वे भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं और पार्टी के मजबूत नेताओं में उनकी गिनती होती है। थानेसर से वे रिकॉर्ड चार बार विधायक रह चुके हैं।
टिकट की घोषणा के तुरंत बाद अशोक अरोड़ा के आवास पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटने लगी। कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर अशोक अरोड़ा भी उनके साथ नाच उठे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व, विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन पर भरोसा जताया।