दृष्टिहीनता के बावजूद शिक्षा की अलख जगा रहे रायपुर के शिक्षक अमित त्रिवेदी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में एक अनोखे शिक्षक, अमित कुमार त्रिवेदी, जिन्होंने दृष्टिहीनता को अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत बना लिया है, आज दिव्यांग बच्चों के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं। वे न केवल उन्हें पढ़ाते हैं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का हुनर भी सिखाते हैं।
शासकीय दृष्टि और श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, मठपुरैना के प्राचार्य अमित त्रिवेदी, जो खुद भी दृष्टिबाधित हैं, बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। वे बच्चों की जरूरतों और उनकी क्षमताओं को समझकर उनकी काउंसिलिंग करते हैं, और उन्हें टेक्नोलॉजी का भी उपयोग सिखाते हैं, जिससे वे मोबाइल एप्स के माध्यम से संदेशों को आवाज में बदल सकें।
उन्होंने बताया कि उनके स्कूल से कई विद्यार्थी निकलकर उच्च पदों पर कार्यरत हैं, और वे स्वयं बिना किसी मदद के स्कूल में हर जगह जा सकते हैं। अपने जीवन के संघर्षों को साझा करते हुए, वे बताते हैं कि उनके पिता ने उनकी आंखों की रोशनी लौटाने के लिए बहुत प्रयास किए, परंतु असफलता के बावजूद उन्होंने अपने हौसले को कम नहीं होने दिया।