दंतेवाड़ा मुठभेड़ में मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर सहित 59 लाख के इनामी नक्सलियों का खात्मा

जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमा क्षेत्र में स्थित पुरंगेल गांव के घने जंगलों में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में नौ कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन को सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, जिसमें कुल 59 लाख रुपये के इनामी नक्सली ढेर हो गए।
यह मुठभेड़ दंतेवाड़ा से लगभग 140 किमी दूर हुई। मारे गए नक्सलियों में सबसे प्रमुख था 25 लाख रुपये का इनामी, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZCM) का सदस्य रणधीर, जो आंध्र प्रदेश के वारंगल का रहने वाला था। रणधीर नक्सली संगठन के लिए बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और सुरक्षा बलों के लिए एक मोस्ट वांटेड अपराधी था।
इसके साथ ही मारे गए अन्य नक्सलियों में पांच-पांच लाख के इनामी छह और दो-दो लाख के दो नक्सली भी शामिल थे। ये सभी नक्सली दरभा डिवीजन, पश्चिम बस्तर, और आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी (AOSZCM) के सदस्य थे। इनकी पहचान शांति (31 पीएल सदस्य), सुशीला मडकाम, गंगी मुचाकी, कोसा माडवी, ललिता (डीवीसीएम सुरक्षा दलम सदस्य), और कविता (AOSZCM की गार्ड) के रूप में हुई है।
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन के बाद मारे गए नक्सलियों की पहचान कर ली है। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है, जिससे नक्सलियों की ताकत को बड़ा झटका लगा है।
इस साल बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा अब तक कुल 152 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है, जो इस क्षेत्र में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही मुहिम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस मुठभेड़ के बाद इलाके में और भी नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना जताई जा रही है।
सुरक्षा बल मारे गए नक्सलियों के बारे में और जानकारी जुटाने में लगे हैं, और इस ऑपरेशन से बस्तर क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर लगाम कसने में मदद मिलेगी। मुठभेड़ के बाद इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है ताकि और नक्सलियों को ढूंढकर उनका सफाया किया जा सके।