Bengali Directors : निर्देशकों की हड़ताल से रुकी फिल्मों, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग

फिल्म इंडस्ट्री कोई भी हो डायरेक्टर के बिना किसी शो या मूवी को बनाना असंभव होता है। बंगाली फिल्म के निर्देशकों (Bengali Directors) के संगठन ने हड़ताल शुरू कर दी है। इन दिनों टीवी सीरियल और फिल्मों की शूटिंग तकनीशियनों की भागीदारी न होने की वजह से ठप पड़ी हुई है। अब इस मामले पर एक्शन लेते हुए ईस्टर्न इंडिया डायरेक्टर्स एसोसिएशन (DAEI) ने 7 फरवरी से स्टूडियो फ्लोर पर जाने से साफ इनकार कर दिया है। इसके प्रभाव से फिल्मों, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग प्रभावित होती नजर आ रही है।
पिछले साल जुलाई की बात है, जब एक डायरेक्टर के साथ काम न करने की वजह से तकनीशियनों की संस्था के खिलाफ निर्देशकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी। इस विवाद को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बीच में आना पड़ा था।
किस वजह से शुरू हुआ एक बार फिर विवाद?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कोलकाता की फिल्म इंडस्ट्री में नया विवाद एक बार फिर 2 फरवरी को हुआ, जब डायरेक्टर सृजीत रॉय ने फेसबुक लाइव के दौरान सेट डिजाइन के अचानक रुकने की शिकायत की थी। इसके अलावा, निर्देशक कौशिक गांगुली और जॉयदीप मुखर्जी भी तकनीशियनों के न आने की वजह से शूटिंग शुरू नहीं कर पाए थे।
डायरेक्टर की संस्था ने शूटिंग से बनाई दूरी
फिल्ममेकर सुदेशना रॉय ने जानकारी दी कि ‘DAEI की बैठक में तय हुआ कि उनके संगठन के किसी भी सदस्य की शूटिंग में मौजूदगी नहीं रहेगी। निर्देशकों का इस मामले में कहना है कि उनकी तरफ से पूर्वी भारत के सिनेमा तकनीशियन और वर्कर्स फेडरेशन के कुछ नियमों की आलोचना की थी, जिस कारण से उन्हें इस संकट का सामना करना पड़ रहा है।
सृजिता रॉय के लगाए तमाम आरोपों पर फेडरेशन के अध्यक्ष स्वरूप बिस्वास ने प्रतिक्रिया दी है। बता दें कि वह तृणमूल कांग्रेस के नेता अरूप बिस्वास के भाई भी हैं। उन्होंने शूटिंग में आई किसी भी तरह की बाधा के आने से साफ इनकार किया है।
निर्देशकों ने उठाई ये मांगे
DAEI के सदस्यों ने यह आरोप भी लगाया है कि फेडरेशन के कुछ अधिकारी तकनीशियनों को निर्देशकों के खिलाफ भड़काने का काम कर रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। सुदेशना रॉय ने इस बारे में कहा, निर्देशक किसी भी मूवी को बनाने के कप्तान होते हैं, लेकिन उनका इस तरह से अपमान करना बिल्कुल भी सही नहीं। जब तक हमारी मांगों पर लिखित में भरोसा नहीं जताया जाता है, हम शूटिंग से खुद को दूर रखेंगे।
निर्देशकों ने मांग उठाई है कि फेडरेशन की तरफ से उन्हें लिखित रूप से जल्द शूटिंग शुरू करने की गारंटी दी जाए।
किसी भी डायरेक्टर को मौखिक या लिखित रूप से ब्लैकलिस्ट नहीं किया जाना चाहिए।
अगर फेडरेशन को किसी भी निर्देशक से किसी तरह की आपत्ति है, तो इसे DAEI के समक्ष रखा जाए, ताकि उस समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकाला जा सके।