अलीगढ़ नुमाइश में “एक जिला-एक उत्पाद”: शिल्प ग्राम में पुस्तक मेला, आर्ट गैलरी और हस्तशिल्प की दुकानों की होगी सजीव प्रदर्शनी

राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी (अलीगढ़ महोत्सव) में इस बार एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत प्रदेश के प्रत्येक जिले के एक उत्पाद की झलक देखने को मिलेगी। उनके स्टाल यहां पर शिल्प ग्राम में लगाए जाएंगे। साथ ही पुस्तक मेला, आर्ट गैलरी और हस्तशिल्प की दुकानें भी लगाई जाएंगी।
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने नुमाइश कार्यकारिणी की बैठक की। प्रदर्शनी मैदान पहुंच कर 1 फरवरी से शुरु होने जा रहे अलीगढ़ महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि शिल्प ग्राम की 105 दुकानें हैं।
इनमें से अधिकांश दुकानें खाली रह जाती हैं। इन दुकानों में प्रदेश के सभी जिलों के उत्पाद प्रदर्शकों को आमंत्रित किया जाए। इसके लिए प्रदेश के ख्यातिप्राप्त उत्पादकों को निमंत्रण पत्र भेजा जाए।
जिलाधिकारी ने कृष्णांजलि नाट्यशाला, कोहिनूर मंच और मुक्ताकाश मंच के डिजाइन भी फाइनल किए। निर्देश दिए कि यहां मंचों पर होने वाले कार्यक्रम में साउंड की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। स्टेडियम में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने नुमाइश का ठेका 2.20 करोड़ रुपये में होने पर सवाल उठाए। अन्य शहरों में होने वाले नुमाइश के ठेकों ते तुलना की और कहा कि वहां ठेके की रकम अधिक होती है। इस वारे में विस्तार से विवरण उपलब्ध कराने को कहा है।