ग्वालियर में बेरोजगारी से परेशान सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने की आत्महत्या, मां की सदमे से मौत

ग्वालियर: बेरोजगारी ने ले ली जान! नहीं मिल रही थी जॉब, बेटे ने मां के साथ खा  लिया जहर | Gwalior software engineer son depressed unemployment committed  suicide consuming poison with mother

 

ग्वालियर: वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर था, पढ़ाई खत्म हुई तो उसने सोचा था कि एक अच्छी सी नौकरी कर मां-बाप के सपने रोशन करूंगा। लगातार कोशिश करता रहा लेकिन कहीं भी सलेक्शन नहीं हुआ। धीरे-धीरे ये बेरोजगारी उसके दिल और दिमाग पर हावी होने लगी। वो डिप्रेशन में जाने लगा और एक दिन अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। अपने जिगर के टुकड़े को मां ने जब मृत देखा तो उसकी भी सांसे रूक गई और सदमे से मौत हो गई।

अवसाद में थे 33 वर्षीय मनीष

ग्वालियर के गोशपुरा एक इलाके में रहने वाले मनीष राजपूत एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। वे लंबे समय से नौकरी की तलाश में थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी। इस निराशा के चलते वे अवसाद में चले गए थे। मनीष ने देर रात जहर खाकर अपनी जान दे दी। उनके बड़े भाई अनिल राजपूत को जब इस घटना का पता चला, तो वे तुरंत मनीष और अपनी मां राधा राजपूत को लेकर जयारोग्य अस्पताल पहुंचे। रास्ते में ही राधा राजपूत को दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

नौकरी के बाद था शादी का सपना

अनिल राजपूत ने बताया कि मनीष ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। उन्होंने कई जगह नौकरी के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें कहीं काम नहीं मिला। इस वजह से वे काफी समय से परेशान थे। उनकी शादी भी नहीं हुई थी। बेरोजगारी और शादी न होने की चिंता उन्हें खाए जा रही थी। इसके चलते वे डिप्रेशन में चले गए थे।

मां की सदमे से मौत

मां राधा राजपूत अपने बेटे की हालत देखकर सदमे में आ गईं। उन्हें बीच रास्ते में ही दिल का दौरा पड़ गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। मां-बेटे की मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों