एएमयू के निकट प्राचीन मंदिर विवाद: कब्जा मुक्त कराने पहुंचे हिंदू नेताओं को पुलिस ने रोका, 7 दिनों का अल्टीमेटम जारी

प्रयागराज के एएमयू के निकट शमशाद मार्केट में स्थित गोकुला चौराहे पर स्थित 125 साल पुराना शिव मंदिर, जो हिंदू संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, हाल ही में कब्जे का शिकार हो गया है। हिंदू नेताओं का आरोप है कि मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इस मंदिर को कब्जामुक्त कराने के लिए कई हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोला है, और इस अभियान में अखिल भारतीय करणी सेना के पदाधिकारियों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।
16 जनवरी को करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठा. ज्ञानेंद्र चौहान द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में इस मंदिर को कब्जामुक्त कराने के लिए संदेश भेजने के बाद, पुलिस ने उनकी योजना को विफल करने के प्रयास किए। सुबह 11 बजे के आसपास करणी सेना के कार्यकर्ता तस्वीर महल चौराहे पर इकट्ठा हुए, जहां पुलिस ने उन्हें घेर लिया और उन्हें एएमयू तक जाने से रोका। इसके बाद कार्यकर्ताओं को एसीएम द्वितीय संजीव मिश्रा के पास ले जाया गया, जहां उन्होंने मंदिर को कब्जामुक्त करने के लिए सात दिन का अल्टीमेटम दिया और ज्ञापन सौंपा।
मंदिर के संस्थापक अभिषेक खंडेलवाल ने बताया कि यह प्राचीन शिव मंदिर सन 1899 में उनके पूर्वजों द्वारा स्थापित किया गया था, जिसमें एक कुआं और धर्मशाला भी बनाई गई थी। वर्तमान में मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है, जिससे श्रद्धालु मंदिर तक नहीं पहुंच पाते। इसके अलावा, मंदिर के प्राचीन कुएं को भी ढक दिया गया है।
इस मामले में नगर निगम के अधिकारियों को पहले से जानकारी थी, और एसीएम संजीव मिश्रा ने अपर नगर आयुक्त वीर सिंह से इस मुद्दे पर बातचीत की। वीर सिंह ने बताया कि पहले भी मंदिर क्षेत्र का निरीक्षण किया जा चुका है और अब शीघ्र ही एक समिति का गठन किया जाएगा, जो मामले की जांच करेगी। इसके अलावा, नगर निगम के बाबू पर आरोप लगाए गए हैं कि उनके मनमाने हस्तक्षेप के कारण मंदिर पर कब्जा किया गया है, और इसकी भी जांच की जानी चाहिए।
करणी सेना के मंदिर पर कूच की योजना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी थी, और सुबह से ही शमशाद मार्केट में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। शाम तक मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में पुलिस सक्रिय रही। अब तहसील प्रशासन से गाटा संख्या 342 की जमीन की जांच करने के लिए कहा गया है, और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।